बाराबंकी। भाजपा सांसद उपेंद्र सिंह रावत के आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के बाद पार्टी नेताओं में टिकट पाने की ललक बढ़ गई है। सोशल मीडिया पर पार्टी नेताओं के वीडियो व फोटो इसकी दावेदारी पेश कर रहे। जिसमें पूर्व कैबिनेट मंत्री व सांसद बैजनाथ रावत, पूर्व सांसद प्रियंका सिंह रावत, हैदरगढ़ विधायक दिनेश रावत व ब्लॉक प्रमुख सिद्धौर आरती रावत आदि शामिल है। यूं कहें दिल्ली के रास्ता तय करने को यह अवसरवादी हैं।
हैदरगढ़ विधायक दिनेश रावत व उनकी पत्नी आरती रावत की भी संभावनाएं तेज हैं। क्योंकि पत्नी के सितारे बुलंद हैं। यूं कहें कि दिनेश रावत के विवाह के बाद उनकी राजनीतिक गलियारों में हनक बढ़ गई। वह विधानसभा पहुंच गए। ऐसा इसलिए है कि वर्ष 2015 में आरती रावत ने प्रधानी चुनाव जीता। फिर बीडीसी का चुनाव जीतकर वह वर्ष 2021 में ब्लॉक प्रमुख सिद्धौर बनी। इसी चलते भाजपा ने उनके पति दिनेश रावत को हैदरगढ़ विधानसभा का टिकट दे डाला। उस समय उनके चुनाव हारने व चेहरा बदलने की मांग नेताओं ने कही। लेकिन दिनेश रावत पार्टी शीर्ष नेताओं के भरोसे पर खरे उतरे हैं। वह चुनाव जीतकर हैदरगढ़ सीट भाजपा झोली में डाल दिया। अब वह पत्नी के सितारों पर ही दिल्ली के रास्ता तय करने को दावेदारी तो नहीं पेश कर रहे हैं। लेकिन उनके समर्थक व बाराबंकी मतदाता उन्हें देने टिकट मांग जोर-शोर से कर रहे हैं। यही शीर्ष पार्टी नेताओं में भी गुप्तगू भी है।
उधर, मतदाताओं का भी कहना है कि यदि उन्हें टिकट मिलेगा वह दो लाख के वोटों के अंतर से उन्हें दिल्ली पहुंचायगे। फिलहाल यह कहना मुश्किल है। लेकिन शत प्रतिशत हैदरगढ़ विधायक की संभावनाएं तेज है। इन सब बातों को खारिज करते हुए विधायक हैदरगढ़ दिनेश रावत का कहना है कि शीर्ष पार्टी नेताओं का फैसले का वह स्वागत होगा। यदि उन पर भरोसा जताया तो वह खरे उतरेंगे।