जगदीशपुर अमेठी। विकास खंड के भगीरथ पुरम मजरे कटेहटी गांव में चल रही श्रीमद् भागवत कथा एवं ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन कथा व्यास मंगला देवी ने प्रवचन करते हुए कहा कि भागवत कथा भाग्य वालों को ही सुनने को मिलती है साक्षात कृष्ण स्वरूप श्रीमद् भागवत है। इसका श्रवण करने से ही जीवन धन्य हो जाता है और वेद वेदांत का जो सार है वही भागवत है। वहीं उन्होंने आगे कहा कि यह ऐसी कथा है कि जिसने जीवन भर पाप किया तथा जिसका जीवन सदा गलत कामों में फंसा रहा ऐसे व्यक्ति भी अगर एक बार इसका श्रवण कर ले तो उसे पापों से मुक्ति मिल जाती है। मनुष्य से गलती हो जाना बड़ी बात नहीं लेकिन गलती को समय रहते सुधार कर प्रायश्चित करना बहुत जरूरी है।
ऐसा न होना पाप की श्रेणी में आता है। भागवत कथा जीवन के सत्य का ज्ञान कराने के साथ ही धर्म और अधर्म के बीच फर्क को भी बताती है। भक्त ध्रुव की अटल भक्ति की कथा के साथ कई प्रेरणादायक प्रसंग व भजन सुनाए जिसे सुनकर कथा पांडाल में उपस्थित श्रोता झूमने पर विवश हो गए।इस दौरान शिव नरेश उपाध्याय आर एल उपाध्याय राघवेंद्र तिवारी डॉक्टर प्रदीप तिवारी प्रज्ञा बाजपेई जय नरेश शिवम उपाध्याय शुभम और भक्त गढ़ मौजूद रहे।