नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सुधा मूर्ति को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यह जानकारी दी है। राज्यसभा के सांसद के रूप में मनोनीत होने पर पीएम मोदी ने सुधा मूर्ति को बधाई देते हुए कहा कि उनकी उपस्थिति हमारी नारी शक्ति के लिए एक शक्तिशाली प्रमाण है।
पीएम मोदी ने की सफल संसदीय कार्यकाल की कामना
प्रधानमंत्री ने कहा कि सामाजिक कार्य, परोपकार और शिक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में उनका योगदान बहुत बड़ा और प्रेरणादायक रहा है। पीएम मोदी ने सुधा मूर्ति की सफल संसदीय कार्यकाल की कामना भी की। उन्होंने आगे कहा कि राज्यसभा में उनकी उपस्थिति नारी शक्ति का एक शक्तिशाली प्रमाण है, जो हमारे देश की नियति को आकार देने में महिलाओं की ताकत और क्षमता का उदाहरण है।
कौन हैं सुधा मूर्ति?
सुधा मूर्ति इन्फोसिस के सह-संस्थापक एन आर नारायण मूर्ति की पत्नी और मूर्ति ट्रस्ट की अध्यक्ष भी हैं। वह एक लेखिका, सामाजिक कार्यकर्ता हैं। वे अब तक कई किताबें लिख चुकी हैं। 73 वर्षीय सुधा मूर्ति का नामांकन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर हुआ है। भारत सरकार ने सुधा मूर्ति को साल 2006 में पद्म श्री और 2023 में पद्म भूषण से सम्मानित किया था।
संसद भवन का किया था दौरा
मालूम हो कि सुधा मूर्ति ने हाल ही में नए संसद भवन का दौरा किया था। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि संसद भवन को वह लंबे समय से देखना चाहती थी और उनका सपना पूरा हुआ। संसद भवन बहुत सुंदर है। इसकी तारीफ करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है। मैं काफी लंबे समय से देखना चाहती थी। यह सपना सच होने जैसा है।
राजनीति में आने के सवाल पर दिया था मजेदार जवाब
सुधा मूर्ति राजनीति में आने के सवाल पर इस दौरान एक मजेदार जवाब दिया था। उन्होंने कहा कि मैं जैसी हूं, जिस जगह हूं, वहां बेहद खुश हूं। सुधा मूर्ति के इस जवाब पर वहां मौजूद सभी लोग जोर-जोर से हंसने लगे थे।