पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में हुए कथित महिला उत्पीड़न के मामले पर पूरे बंगाल में हंगामा मचा हुआ है। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को महिला रैली को संबोधित करने के लिए बारासात पहुंचे। बताया जा रहा कि पीएम की रैली में शामिल होने के लिए संदेशखाली से भी महिलाओं से भरी कुछ बसें जा रही थीं, जिन्हें पुलिस ने सुरक्षा प्रोटोकॉल का हवाला देते हुए कथित तौर पर कई जगहों पर रोका गया।
बता दें, पीएम मोदी उत्तर 24 परगना के जिला मुख्यालय शहर बारासात के कछारी मैदान में रैली को संबोधित करने वाले हैं।बसों को कई बार रोका गयाप्रदेश भाजपा ने संदेशखाली की महिलाओं को लगभग 80 किलोमीटर दूर रैली स्थल तक ले जाने के लिए बसों की व्यवस्था की थी। एक भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि बसों को सुरक्षा का हवाला देते हुए पहले न्यू टाउन में विश्व बांग्ला गेट पर रोका गया। बाद में बारासात के रास्ते में एयरपोर्ट गेट 1 पर रोक दिया गया। नेता ने दावा किया कि पुलिस हमें पीएम की रैली में जाने से रोकने की कोशिश कर रही है।पुलिस की सफाईनेता के आरोपों पर पुलिस ने कहा कि इस मार्ग से प्रधानमंत्री बारासात जाएंगे। इसलिए सुरक्षा कारणों के कारण यातायात की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है।प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने पहले कहा था कि अगर संदेशखाली की महिलाएं चाहेंगी तो भाजपा उनके और प्रधानमंत्री के बीच एक बैठक कराएगी।क्या है संदेशखाली विवादकोलकाता से लगभग 100 किलोमीटर दूर, सुंदरबन की सीमाओं पर स्थित संदेशखाली इलाका एक महीने से अधिक समय से शाहजहां और उनके समर्थकों के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों के साथ उबाल पर है। दरअसल गांव की महिलाओं ने बीते दिनों आरोप लगाए थे कि टीएमसी नेता शाहजहां शेख और अन्य टीएमसी नेताओं ने उनकी जमीनों पर कब्जा कर लिया और कुछ महिलाओं ने टीएमसी नेताओं पर यौन शोषण के भी आरोप लगाए थे। इसे लेकर संदेशखाली में महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा कार्यकर्ता भी संदेशखाली में प्रदर्शन कर रहे हैं। शाहजहां शेख राशन घोटाले में आरोपी है और बीते दिनों ईडी टीम पर हुए हमले में भी शाहजहां शेख आरोपी है। वहीं बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भाजपा पर इस मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया है।