परिवहन निगम ने वाहन अधिग्रहण की तैयारियां शुरू कर दी हैं…

बदायूं। लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता 20 मार्च के बाद कभी भी लगने की उम्मीद है। इससे पहले परिवहन निगम ने वाहन अधिग्रहण की तैयारियां शुरू कर दी हैं। चुनाव के लिए बसों और ट्रकों समेत 1500 वाहनों का अधिग्रहण किया जाना है। अधिग्रहीत किए जाने वाले वाहनों की सूची बनाई जा रही है।

लोकसभा चुनाव के दौरान फोर्स और पोलिंग पार्टियों की रवानगी के साथ सेक्टर मजिस्ट्रेटों के लिए वाहनों की व्यवस्था की जानी है। परिवहन निगम को 20 मार्च से पहले अधिग्रहीत किए जाने वाले वाहनों की सूची तैयार करनी है। रोडवेज की बसों को भी चुनाव की ड्यूटी में लगाया जाएगा। इस कारण चुनाव के दौरान कई रूट पर यात्रियों को समस्या हो सकती है।
सरकारी और अनुबंधित चार पहिया वाहनाें की सूची तैयार|

विभिन्न विभागों के सरकारी और अनुबंधित चार पहिया वाहनों की परिवहन निगम ने सूची तैयार कर ली है। इन चार पहिया वाहनों का आवटन आचार संहिता लागू होने के साथ ही सेक्टर मजिस्ट्रेटों और उड़न दस्तों के लिए किया जाना है। पहले चरण में सरकारी और अनुबंधित वाहनों का अधिग्रहण किया जाएगा, इसके बाद निजी वाहनों का।

रोडवेज से भी मांगा गया बसों का ब्योरा
परिवहन निगम ने लोकसभा चुनाव के लिए रोडवेज से भी बसों का ब्याेरा मांगा है। बदायूं डिपो के बेड़े में 125 बसे हैं। इसके अलावा करीब 43 अनुबंधित बसें हैं। लोकसभा चुनाव के लिए 580 बसों की जरूरत है। ऐसे में रोडवेज के अलावा निजी बसों को भी अधिग्रहीत किया जाएगा।

लोकसभा चुनाव के लिए 580 बसें, 45 ट्रक और चार पहिया वाहनाें समेत 1500 वाहनों की आवश्यकता है। वाहनों की सूची बनाई जा रही है। आचार संहिता लागू होते ही वाहनों का अधिग्रहण शुरू कर दिया जाएगा। – अम्बरीश कुमार, एआरटीओ प्रवर्तन

होली पर बढ़ सकती है दिक्कत, निगम के पास हैं 125 सरकारी और 43 अनुबंधित बसें

बदायूं। परिवहन निगम के पास कुल 125 सरकारी और 43 अनुबंधित बसें हैं। उन्हें अलग-अलग रूट पर चलाया जा रहा है। हर साल त्योहार के मौके पर योजना बनाकर बसों का संचालन कराया जाता है। इन दिनों एक तरफ परिवहन निगम होली की तैयारियों में लगा है, तो दूसरी तरफ लोकसभा चुनाव के लिए बसों की संख्या मांगी गई है। अनुमान है कि इस चुनाव में करीब 60 से 70 बसों को लगाया जा सकता है। इससे लोकल और लंबे रूट पर यात्रियों को ज्यादा दिक्कत होगी। सबसे ज्यादा परेशानी होली के दौरान होगी। उसी दौरान यात्री सबसे ज्यादा बसों में सफर करते हैं। एआरएम धणेंद्र कुमार चौबे ने बताया कि अभी सूची मांगी गई है। चुनाव में कितनी बसें लगाई जाएंगीं। यह बाद में पता चलेगा।

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