बदायूँ : 05 मार्च। जिलाधिकारी मनोज कुमार की अध्यक्षता में मत्स्य पालक कल्याण कोष की जिला स्तरीय कमेटी की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई जिसमें मत्स्य पालक कल्याण कोष से लाभान्वित होने वाली परियोजनाओं के प्रस्ताव पारित किये गये। बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य अमित कुमार शुक्ला ने अवगत कराया कि उत्तर प्रदेश मत्स्य पालक कल्याण कोष का उद्देश्य मत्स्य पालकों के कल्याण एवं विकास सम्बन्धी कार्यक्रमों के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाएगी, जिसमें मछुआ बाहुल्य ग्रामों में दैवीय आपदाओं से हुई किसी क्षति की स्थिति में वित्तीय सहायता, चिकित्सा सहायता, केन्द्र सरकार/राज्य सरकार द्वारा निर्धारित क्षेत्रफल एवं धनराशि के अनुसार एकल आवास सहित मछुआ आवास निर्माण की सहायता आदि उपलब्ध कराने का प्रावधान है।
उन्होंने बताया कि मछुआ बाहुल्य आबादी वाली गलियों एवं सड़कों में सोलर लाइट/हाईमास्क लगवाने का भी प्रावधान है। मछुआ आवास निर्माण के 18 पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित करने हेतु प्रस्ताव पारित कराया गया है। मत्स्य पालक कल्याण कोष से मिलने वाली चिकित्सा सहायता का एक पात्र व्यक्ति का प्रस्ताव पारित कराया। इसके अतिरिक्त मछुआ बाहुल्य आबादी वाली गलियों/सड़कों पर सोलर लाइट/हाई मास्ट लगाने हेतु 08 ग्रामों हेतु प्रस्तावो के अनुमोदन का प्रस्ताव सदन के समक्ष रखा।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि बाढ़ ग्रस्त मछुआ बाहुल्य ग्रामों में भी इस हेतु प्रस्ताव कराये जाये। मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य ने कार्यवाही का आश्वासन दिया। मुख्य विकास अधिकारी केशव कुमार, वरिष्ठ कोषाधिकारी विकास चौधरी तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य उपास्थित रहे।