फतेहपुर में बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि

बाराबंकी। बेमौसम बारिश ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। रविवार को बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई। पोस्ता और गेहूं की फसल गिर गई। आलू की खोदाई चल रही थी, खेतों में पानी भर गया, जिससे आलू की फसल खराब होने की आशंका है। अधिकांश खेतों में सरसों की फसल पक गई है, जिसके दाने गिर रहे हैं। वहीं खरबूज, तरबूज, टमाटर, लौकी, कद्दू सहित औद्यानिक फसलों में जलभराव से नुकसान होने का अनुमान है। हालांकि, बारिश से आम की फसल को फायदा होगा। उधर, नगर के कई मुहल्लों में पानी भर गया, जिससे लोगों को आवागमन में परेशानी हुई।

त्रिवेदीगंज: किसान श्याम लाल, हरीराम आदि का कहना है कि सरसों का दाना धूप निकलने पर गिर जाएगा। गेहूं की पैदावार पर भी असर पड़ेगा। वहीं, मंझार निवासी बेचालाल के खेत में लगी पोस्ता की फसल गिर गई। शोभा लाल, धर्मराज, कौशल आदि की गेहूं की फसल गिर गई है। हरख के करीमाबाद मलौली गांव में आंधी-पानी में धर्मेंद्र कुमार की पोस्ता की फसल गिर गई। सेमौर के हरवंशपुर निवासी गोपी की एक बीघे पोस्ता की फसल तेज हवा और पानी से बर्बाद हो गई।

देवा: आलू की खोदाई ने तेजी पकड़ी थी, लेकिन बारिश ने व्यवधान डाल दिया। क्षेत्र में काफी खेतों में आलू की फसल खोदाई के लिए तैयार है। बारिश से खोदाई फिर पिछड़ गई। किसान संतराम ने बताया कि अगर तेज बारिश हुई तो फसल के सड़ने का खतरा हो जाएगा।

सतरिख: खेत में लगी आलू की फसल में पानी भर जाने से आलू के सड़ने की संभावना है। किसान धर्मेंद्र यादव, रामपाल यादव, सरजू प्रसाद वर्मा, पतिराम यादव, गुड्डू चौधरी आदि ने बताया कटी पड़ी सरसों बारिश होने की वजह से अंकुरित हो जाएगी। आलू सड़ सकता है।

बेलहरा: आलू की खोदाई चल रही थी। कई किसानों का आलू खोदा हुआ खेत में पड़ा है। कैथा के किसान रिंकू ने बताया कि खेत में आलू को नुकसान है।

मसौली: बारिश से सरसों फसल को नुकसान हुआ है। सरसों की फसल गिर गई। किसान सतेंद्र कुमार वर्मा बताते हैं कि आलू की खोदाई चल रही थी। अब रुक गई है। अंबरीष वर्मा बताते हैं कि बरसात के पानी के साथ तेज हवा के कारण सरसों की फसल बर्बाद हो गई।

फतेहपुर: नंदना कलां के जैसीराम बताते हैं कि इस बारिश से आलू व सरसों की फसल को नुकसान हुआ है। नंदरासी गांव के शिवम, गुरसेल के वीरेंद्र, मिठवारा के अब्दुल रहमान का कहना है कि बेमौसम हुई बरसात से आलू की फसलों को काफी नुकसान होगा।

फैक्ट फाइल (हेक्टेयर में)

कुल खेती का रकबा- 2,45,213

खरीफ का रकबा-2,24,368

रबी-2,25,748

जायद-1,10,000

सिंचित क्षेत्रफल-2,28,045

नहर से सिंचित-73,176

नलकूप से सिंचित-3,190

अन्य स्रोत से सिंचित-1,51,679

औसत वार्षिक वर्षा-980 मिमी

मेंथा का रकबा-1,25,000

गेहूं का रकबा-83 हजार

दलहन-2,600

लतावर्गीय फसल-3,367

टमाटर-1,600

मिर्च-1,560

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