इटावा। विश्व वन्यजीव दिवस पर रविवार को सफारी पार्क में गोष्ठी हुई। इसमें वन्यजीवों संरक्षण पर चर्चा हुई। शेर के एक और तेंदुए के एक शावक को बोतल का दूध पिलाकर जीवनदान देने वाले दो कीपरों को सम्मानित किया गया।
सफारी निदेशक डॉ. अनिल पटेल ने कहा कि वन्यजीव को देखकर घबराएं नहीं। कोशिश करें कि उसे छेड़े नहीं। यदि कोई संशय लगे तो वन विभाग की टीम को अवगत कराएं। यदि मामला चंबल सेंचुरी क्षेत्र का है तो वहां की टीम को अवगत कराकर मदद ले सकते हैं। विषय हालात में सफारी की टीम भी वन्यजीवों और आपकी सुरक्षा के लिए तत्पर है।
उन्होंने बताया कि वन्य जीवों को जीवन देने के लिए सफारी में तमाम कर्मचारी दिन रात लगे रहते हैं। इनमें से कीपर अजय सिंह और जगदीश मुख्य रूप से हैं। बताया कि तीन को रूपा ने एक शावक को जन्म दिया था। जन्म होने के बाद ही शेरनी ने उसे छोड़ दिया था। ऐसे में शावक को जीवित रखना चुनौती था। उसे बोतल से बाहरी दूध पिलाना शुरू किया गया। 24 घंटे उसकी देखभाल के लिए कीपर अजय सिंह तत्पर रहे। इसी की बदौलत यह शावक तीन जुलाई को छह माह का हो गया है। वहीं, तेंदुए के एक शावक को इसी तरह पालने वाले जगदीश को भी सम्मानित किया गया। इस मौके पर डीडी डॉ. विनय सिंह, रेंजर रूपेश श्रीवास्तव, बीएन सिंह, डॉ. रॉबिन आदि मौजूद रहे।