सीतापुर। जिला मुख्यालय से लेकर विकास खंड तक बैठे जिम्मेदार या तो अपनी जिम्मेदारी का सही से निर्वाह नहीं कर रहे है ,या फिर जिम्मेदार को संरक्षण देकर श्रमिक हाजिरी घोटालो में सहयोग दे रहे है।
बताते चले की विकास खंड मछरेहटा की ग्राम पंचायत पैंदापुर और मिरचोडी, राजेपारा, राजगांव,में लगातार श्रमिक हाजिरी गड़बड़ी की जा रही है, ग्राम पंचायत में ऑनलाइन हाजिरी में अधिक से अधिक श्रमिको की ऑनलाइन हाजिरी लगाई जा रही है, लेकिन मौके पर ऑनलाइन दर्शाए श्रमिक संख्या कार्य नही करते पाए जाते है । ग्राम पंचायत मिरचौड़ी में तीन नरेगा कार्य पुलिया से हरिनाम के खेत तक चकमार्ग पर पांच मास्टर रोल पर 43 श्रमिको की हाजिरी लगाई, दूसरे कार्य डामर रोड से देवराज की बोरिंग तक चकमार्ग पटाई कार्य पर 8 मास्टर रोलो पर लगभग 70 श्रमिको की उपस्थिति दर्ज की गई, किंतु जब मौके पर देखा गया तो एक भी श्रमिक कार्य करता हुआ नहीं पाया गया ,ग्रामीणों से बात करने पर पता चला कि यह सभी कार्य लगभग 15 दिन से बंद पड़े है, कोई काम नही हो रहा है, जिसमे से पुलिया से हरिनाम के खेत तक चकमार्ग पटाई कार्य को पूरा हुआ, एक महीने से ऊपर हो चुका है, अब जब कार्य पूरा हो गया है ,तो फिर यह हाजिरी लगाई कैसे जा रही है आखिर यह सब किसके संरक्षण में किया जा था है।
ग्राम पंचायत राजेपारा में चल रहे कार्य कुंभी तालाब की खुदाई कार्य में भी जमकर फर्जी हाजिरी दर्ज की जा रही है दर्ज की गई हाजिरी में आधा सैकड़ा से अधिक श्रमिको की हाजिरी दर्ज की गई है लेकिन अपलोड किए गए डाटा में एक भी श्रमिक नही दिखाई दे रहा है। राजेपारा में ही चल रहे दूसरे कार्य लाला के खेत से रघुनाथपुर मार्ग तक संपर्क मार्ग में तीन मास्टर रोल पर 29 श्रमिको की हाजिरी दर्ज की गई है लेकिन ऑनलाइन अपलोड डाटा ने में मात्र तीन श्रमिक ही खड़े दिखाई पड़ रहे है।
ग्राम पंचायत राजागांव में दो कार्य ऑनलाइन चलते हुए दर्शाए गए है, पहला कार्य प्राथमिक विद्यालय से विनोद के खेत तक मिट्टी पटाई कार्य जिसमे 67 श्रमिको की हाजिरी दर्ज की गई है और दूसरे कार्य रामस्वरूप के मकान से रामकुमार के खेत तक मिट्टी पटाई कार्य दोनो ही कार्यों में जिम्मेदारों के द्वारा घालमेल किया जा रहा है दोनो कार्यों पर 11 मास्टर रोल पर हाजिरी दर्ज की गई है और सभी मास्टर रोल पर दो फोटो अपलोड कर दी गई अपलोड की गई फोटो भी पुरानी फोटो से फोटो अपलोड की गई है, जिम्मेदार या तो ऑनलाइन हाजिरी देखते नही है या फिर देख कर अंजान बने रहते है, कुल मिलाकर जिम्मेदारों के संरक्षण में ही पूरे घोटाले को अंजाम तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है और सरकार की मंशा पर पानी भी फेरा जा रहा है।
क्या सच है और झूठ बड़ा सवाल और किस का हो रहा लाभ
ग्राम पंचायत मिरचौड़ी की जांच मेरे द्वारा मौके पर जा की गई है श्रमिक कार्य कर रहे थे,
अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी अर्चना सिंह
कार्य पूरे हो चुके है , कार्य बंद चल रहे है
ग्रामीण