विकास खंड मछरेहटा की ग्राम पंचायत राजेपारा, गढ़ी में बिना कार्य के ही लगाई जा रही श्रमिक हाजिरी ।
सीतापुर । मनरेगा कार्य को जिम्मेदारों ने बनाया अवैध कमाई का जरिया , ज़िम्मेदार आम आदमी की खून पसीने की कमाई , जोकि सरकार को टैक्स के रूप में दिया जाता है । जिससे शासन धन से विकास कार्य करा सके , विकास कार्यों को करा कर आम नागरिक को होने वाली असुविधा को दूर करने का प्रयास करती है। लेकिन जनपद सीतापुर जिम्मेदारो की लापरवाही के चलते ग्राम पंचायतों व विकास खण्डों में ऐप सनचलंकर्ता घर बैठे ही फर्जी श्रमिक हाजिरी लगाकर , धन को आम नागरिक की सुविधाओ पर न खर्च कर अपनी व्यक्तिगत सुविधाओ को पूरा करने के लिए घोटाले करते हुए अपनी जेब भरने का कार्य कर रहे है, मनरेगा में अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी तकनीकी सहायक, रोजगार सेवक की मिलीभगत व विकास खण्डों में कुछ सरंक्षण दाताओ के चलते घोटाले पर घोटाले किए जा रहे है,जनपद के विकास खंड ऐलिया हरगाव खैराबाद परसेंडी लहरपुर सकरन आदि विकास खण्डों की ग्राम पंचायतों में जमकर प्रतिदिन फर्जी श्रमिक हाजिरी लगाई जा रही है,उदाहरण के तौर पर विकास खंड मछरेहटा में जिम्मेदारों के द्वारा वर्षो पूर्व हो चुके कार्यों पर हाजिरी लगाई जा रही है। विकास खंड मछरेहटा की ग्राम पंचायत गढ़ी में जिम्मेदारों की मिलीभगत से जमकर फर्जी हाजिरी लगाई जा रही है, इस पूरे कारनामे तकनीकी सहायक और रोजगार सेवक आपस में मिलकर फर्जी हाजिरी दर्ज कर आम जनता के खून पसीने की कमाई से अपनी तिजोरियां भर रहे है, ग्राम पंचायत में चल रहे कार्य गोधन के खेत से लेखपाल के खेत तक चकमार्ग पटाई कार्य में तीन मास्टर रोल पर 22 श्रमिको हाजिरी चल रही है और मौके पर एक भी श्रमिक कार्य करता हुआ नहीं पाया गया, दूसरे चल रहे कार्य महादेव स्थान से बृजकिशोर के मकान तक चकमार्ग के निर्माण पर चार मास्टर रोल पर 31 श्रमिको की दर्ज की गई लेकिन मार्ग बनाया नही गया है।
ग्रामीणों का कहना है की यह मार्ग एक साल पहले बनाया गया था, अगर ग्रामीणों की बात माने जाए तो एक साल पहले बने चकमार्ग पर इतने दिनो बाद हाजिरी लगाने की क्या जरूरत पड़ गई , ग्राम पंचायत राजेपारा में चल रहे कार्य कुंभी तालाब की खुदाई कार्य में भी जमकर फर्जी हाजिरी दर्ज की जा रही है दर्ज की गई हाजिरी में आधा सैकड़ा से अधिक श्रमिको की हाजिरी दर्ज की गई है लेकिन अपलोड किए गए डाटा में एक भी श्रमिक नही दिखाई दे रहा है या यू कहे की श्रमिक ऐसे गायब है जैसे गधे के सिर से सिंग, आखिर बिना श्रमिको के ही क्यों दर्ज की जा रही हाजिरी आखिर किसके संरक्षण में खेल किया जा रहा है । यही हाल विकास खंड परसेंडी की ग्राम पंचायत चांदपुर में बिना कार्य के ही लगाई जा रही हाजिरी चांदपुर मजरा जानीपुर में छत्रपति शिवाजी अमृत सरोवर निर्माण कार्य में धांधली की जा रही है, इस कार्य पर पांच मास्टर रोल पर लगभग आधा सैकड़ा से कुछ कम श्रमिको की हाजिरी दर्ज की गई है , लेकिन मौके पर कार्य स्थल खाली पाया गया, एक भी श्रमिक तालाब में कार्य करता हुआ नहीं पाया गया। ग्राम पंचायत के ही मजरा हिलालपुर में प्राथमिक विद्यालय खेल मैदान के निर्माण कार्य में तीन मास्टर रोल पर लगभग 20 श्रमिको की हाजिरी दर्ज की गई लेकिन वन्हा भी कार्य बंद चल रहा है ,ग्राम पंचायत कैहमारा वजीरपुर में चल रहे कार्य खेल मैदान के निर्माण कार्य में कई माह से काम बंद चल रहा है लेकिन फर्जी हाजिरी लगातार लगाई जा रही है, फर्जी हाजिरी के साथ साथ ठेकेदारों द्वारा मानकविहीन कार्य भी कराया जा रहा है, खेल मैदान में लगाई गई इंटरलॉकिंग पूरी लग भी नही पाई हैं दूसरी तरफ उखड़ने लगी है, इंटरलॉकिंग के साइड में लगने वाला पट्टा भी मानकों को दरकिनार कर लगाया गया है आधे ज्यादा पट्टा उखड़ के तहस नहस हो गया है, जिम्मेदारों की मिलिभगत से किया रहा है। ग्राम पंचायत गुराईपुर में चल रहे कार्य हरिनाम के मकान से शिवसागर के खेत तक सर्वऋतु संपर्क मार्ग के निर्माण कार्य में फर्जी हाजिरी लगाई जा रही है, इस कार्य में चार मास्टर रोल पर लगभग 40 श्रमिको की हाजिरी लगाई और ऑनलाइन अपलोड डाटा में छेड़ छाड़ कर पुरानी फोटो को अपलोड किया जा रहा है, जबकि काम कई दिनो से बंद चल रहा है।