सदगुरु विशाल देव साहेब की 48 वीं पुण्यतिथि पर आयोजित हुए विभिन्न कार्यक्रम
मसौली, बाराबंकी। शुक्रवार को संत कबीर अध्यात्म संस्थान विशाल नगर मूंजापुर में परम पूज्य सदगुरु विशाल देव साहेब की 48 वीं पुण्यतिथि धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम के अवसर पर सन्त श्री निष्ठा साहेब ने कहा कि सद्गुरु कबीर देव कहते है एक साधे सब साधिया सब साधे एक जाय। जैसे सीचे मूल को फूले फले ।।एक को अर्थात मन को आत्मा में साध लेने पर जीवन के सारे नियम स्वत सेट होते रहते है। जीवन के बहुत सारे आयाम और अंग है। जिसके बारे में हम क्या डाक्टर और वैज्ञानिक भी नही जान सकते।शरीर के सारे अंग चुपचाप अपना काम बखूबी करते रहते है बशर्ते हम अपने मन को ठीक रखें।जो लोग मन से चंचल होकर जितना अधिक जानने और ठीक करने की कोशिश करते है।उनका जीवन उतना ही बेचैन होता और बिगड़ता रहता है और उनका जानना करना सब गलत सिद्ध हो जाता है। श्री निष्ठा साहेब ने शिष्यों से कहा कि मनुष्य मोह-माया के चुंगल में फंसा हुआ है।दिन रात मेहनत करने के बाद भी उसे सुकुन नही मिलता है। सुकून के लिए सन्तों की शरण में जाने की जरूरत पड़ती है। जिनके बताते रास्ते पर चलकर सुख-शांति एवं परमात्मा हासिल कर सकते है।श्री निष्ठा साहेब ने कहा कि मनुष्य के मन में यह इच्छा का ही भटकाव है कि वह धन के साथ होता है तो भगवान की इच्छा करने लगता है। और भगवान के पास जाता है तो धन की इच्छा करने लगता है।
मनुष्य इच्छा के कारण न धन के साथ ठीक से रह पाता है और न भगवान के पास रुक पाता है। विद्वान संतों ने प्रवचन में अच्छी अच्छी बाते बताई। इसके बाद सन्तों की आरती की गई। इसके पश्चात कोठारी परिवार अहमदाबाद द्वारा कंबल वितरण किया गया। तत्पश्चात भण्डारे का आयोजन प्रारंभ हुआ जिसमें सन्तों के बाद महिलाएं, पुरुष और बच्चों ने पूड़ी, सब्जी,खीर आदि को ग्रहण किया।इस मौके पर पूर्व मंत्री अरुण शंकर शुक्ला, पूर्व विधायक शरद कुमार अवस्थी, शान्ति साहेब,अमर साहेब,धुर्व कुमार, प्रभात दास, प्रांजल दास, ट्रस्ट अध्यक्ष आलोक दास सहित,डॉ राम निवास कौशिक सहित अन्य लोग मौजूद रहे।