अयोध्या। रायबरेली के ऊंचाहार से सपा के विद्रोही विधायक मनोज पांडेय ने गुरुवार को सपरिवार रामलला के दर्शन किए। उन्होंने रामलला को साष्टांग दंडवत किया। मुख्य सचेतक के पद से त्यागपत्र देने के प्रश्न पर उन्होंने कहाकि ‘रामलला के लिए बड़ा से बड़ा पद त्याग सकता हूं।’ उन्होंने इशारों-इशारों में सपा मुखिया अखिलेश यादव को भी उत्तर दिया। कहा, ‘जहां एक नहीं, दर्जनों रामद्रोही हों और नित्य भगवान राम व रामचरितमानस पर अपमानजनक टिप्पणी करते हों, वहां के मुखिया का इस पर चुप रहना दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है।’
उन्होंने राम मंदिर निर्माण और श्रद्धालुओं के लिए अयोध्या में की गई व्यवस्थाओं के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने रामलला के दर्शन को सौभाग्य का विषय बताया। कहा, ‘रामलला का दर्शन कर भावुक हूं।’ अगले राजनीतिक कदम पर उन्होंने कहाकि समर्थकों के साथ बैठक कर वह अगला निर्णय लेंगे।
पांडेय ने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर भी बड़ा हमला किया। कहा, ‘दलीय बैठक में मैंने सबसे पहले यह मांग की थी कि सभी विधायकों को रामलला का दर्शन कराया जाए। अधिकांश विधायक ऐसा चाहते भी थे।’ उन्होंने कहाकि जब सनातनियों के साथ-साथ अनेकों देशों के राजदूत और यहां तक कि दूसरे धर्मों के भी लोग भगवान का दर्शन करने आ रहे हैं, लेकिन हमें रोक दिया गया। कहा गया कि रामलला का दर्शन करने नहीं जाना है। इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता था। उन्होंने कहा कि आस्था से खिलवाड़ करने का अधिकार किसी को नहीं है। कहा, ‘निसाचरी प्रवृत्ति के लोग जब रामचरित मानस पर टिप्पणी करते हैं तो वह देश और विदेश में बसे करोड़ों सनातनियों का अपमान करते हैं। मैंने हर बार रामचरितमानस पर टिप्पणी करने वालों के विरुद्ध आवाज उठाई। भविष्य में भी ऐसे लोगों के विरुद्ध आवाज उठाऊंगा। भले ही इसके लिए कोई भी पद न्योछावर करना पड़े।’
रामनगरी में हुआ स्वागत अयोध्या
अयोध्या पहुंचने पर विधायक मनोज पांडेय का स्वागत भाजपाइयों के साथ-साथ सपाइयों ने भी किया। वह रामकोट स्थित वालीबाल संघ के जिलाध्यक्ष व संबंधी प्रियेश दुबे के घर गए। जहां भाजपा पार्षद अनुजदास, रमाकांत पांडेय आदि ने उनका स्वागत किया। सपा प्रबुद्ध सभा के जिलाध्यक्ष डिंपल पांडेय ने साथियों संग उनका स्वागत किया।