अमेठी। भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के लखनऊ स्थित क्षेत्रीय केंद्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केंद्र के प्रभारी डा. ज्ञान प्रकाश सिंह, संयुक्त निदेशक के निर्देशन एवं हरिओम मिश्रा जिला कृषि रक्षा अधिकारी के सहयोग से गौरीगंज स्थित एसडीओ कार्यालय में जिले के विभिन्न विकास खण्ड से आए हुए किसानों को नेशनल पेस्ट सर्विलांस सिस्टम (एन पी एस एस) ऐप के बारे में भारत सरकार की टीम द्वारा प्रशिक्षित किया गया। हरिओम मिश्रा, जिला कृषि रक्षा अधिकारी ने किसानों को संबोधित करते हुऐ कहा कि भारत सरकार के एन पी एस एस प्रशिक्षण कार्यक्रम से जनपद के किसान लाभान्वित होंगे और ऐप के माध्यम से फसलों में कीड़े-बीमारी का आई पी एम तकनीक से प्रबंधन कर कम लागत में दोगुनी आय प्राप्त करेंगे। रीजनल सेंट्रल आई पी एम सेंटर लखनऊ के वनस्पति संरक्षण अधिकारी के. पी. पाठक ने एन. पी. एस. एस. ऐप की वर्तमान उपयोगिता एवं प्रासंगिकता के बारे में बताया। सहायक वनस्पति संरक्षण अधिकारी अमित सिंह ने बताया कि इस ऐप के माध्यम से प्रशिक्षित किसान फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले कीड़े -बीमारियों की पहचान आसानी से कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा तैयार किए गए एन पी एस एस ऐप के माध्यम से फसल को नुकसान पहुंचाने वाले कीड़े – बीमारियों की पहचान के साथ -साथ किसान अपने खेत से उन कीड़े – बीमारियों की फोटो के साथ आवश्यक डाटा फीडिंग करके सीधे कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार को अपने गांव से ही कीड़े – बीमारियों की सूचना भेज सकते हैं तथा उनके अत्यधिक प्रकोप की स्थिति में ऐप के माध्यम से ही उनके प्रबंधन से सम्बन्धित ऐडवाइजरी मोबाइल पर ही प्राप्त कर सकते हैं। सहायक वनस्पति संरक्षण अधिकारी डा. केशवमूर्ति ने एन पी एस एस ऐप के उपयोग की विधि तथा पेस्ट सर्विलांस के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान किया। उन्होंने एन पी एस एस ऐप में किसानों को कीड़े बीमारियों के फोटो अपलोड करने एवं पेस्ट डेटा एंट्री की तकनीक के बारे में भी विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान किया। किसानों को कीड़े – बीमारियों की पहचान के बारे में बताया। कार्यक्रम में विभिन्न विकास खण्ड के प्रगतिशील कृषकों के साथ- साथ सम्बन्धित विकास खण्ड के वरिष्ठ प्राविधिक सहायक भी उपस्थित रहे।