नई दिल्ली। वोडाफोन आइडिया लिमिटेड कर्ज के बोझ में दब गई है। आज कंपनी के शेयर में 10 फीसदी तक की गिरावट आई है। जबकि बीते दिन वोडाफोन आइडिया के बोर्ड ने फंड को लेकर अहम फैसला लिया था। बोर्ड ने जून तक प्रमोटरों और अन्य निवेशकों से इक्विटी में 20,000 करोड़ रुपये तक जुटाने की मंजूरी दे दी है।
आज बीएसई पर स्टॉक 9.95 प्रतिशत गिरकर 14.29 रुपये पर आ गया। एनएसई पर यह 9.77 प्रतिशत गिरकर 14.30 रुपये पर आ गया। बीएसई और एनएसई पर कंपनी के शेयर लोअर सर्किट लिमिट को टच किया है।
बोर्ड ने लिया था अहम फैसला
मंगलवार को वोडाफोन आइडिया के बोर्ड ने निवेशकों से इक्विटी में 20,000 करोड़ रुपये तक जुटाने की मंजूरी दे दी थी। कंपनी 5जी रोलआउट में देरी और 4जी सेवाओं को मजबूत करने के लिए वित्त जुटाना चाहती है। बता दें कि वोडाफोन आइडिया कर्ज में डूब गई है। कंपनी के इक्विटी में 33 फीसदी से ज्यादा की हिस्सेदारी सरकार के पास है।
कंपनी अपने प्रतिद्वंद्वी जियो (Jio) और भारती एयरटेल (Bharti Airtel) द्वारा पेश की जाने वाली सर्विस की उम्मीद के साथ इक्विटी और डेट के मिश्रण के माध्यम से 45,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है
जब कंपनी के पास यह फंड आ जाएगा तो वह भारतीय दूरसंचार बाजार (Indian Telecom Market) में प्रतिस्पर्धी स्थिति में सुधार कर पाएंगे। कंपनी के प्रतिद्वंद्वियों रिलायंस जियो (Reliance Jio) और भारती एयरटेल है।
वोडाफोन आइडिया अस्तित्व के लिए एक हताश लड़ाई लड़ रही है। कंपनी पर 2.1 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। कंपनी ने अपने तिमाही रिपोर्ट में बताया कि उसे महीने दर महीने नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।