पटना। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही। मंगलवार की सुबह पांच बजे ईडी की टीम ने राजद विधायक किरण देवी और उनके पति व पूर्व विधायक अरुण यादव के पटना तथा आरा स्थित ठिकानों पर एक साथ छापा मारा। पटना में दानापुर स्थित मां मरछिया देवी अपार्टमेंट में भी ईडी ने छापेमारी की।
ईडी ने यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में की है। आरोप है कि अरुण यादव ने बालू के अवैध कारोबार से काफी संपत्ति जुटाई है। सूत्रों के अनुसार टीम इलेक्ट्रानिक डिवाइस मोबाइल, लैपटाप और अन्य दस्तावेज जांच के बाद साथ लेकर गई है। छापे के दौरान विधायक और उनके पति अरुण (पूर्व विधायक), आवास पर मौजूद नहीं थे। यहां उनके बड़े पुत्र पप्पू मौजूद थे, जिनसे अधिकारियों ने करीब 16 घंटे तक पूछताछ की।
गाय-भैंस की भी काउंटिंग की गई
सुबह पांच बजे पहुंची ईडी की टीम रात सवा नौ बजे वहां से निकली। साथ ही आवास के अंदर गाय-भैंस की भी काउंटिंग की गई। विधायक के पास करीब 200 से ज्यादा गाय-भैंस हैं। विधायक और पूर्व विधायक के समर्थकों के विरोध किए जाने की आशंका के मद्देनजर ईडी की टीम सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ के करीब तीन दर्जन जवान को लेकर पहुंची थी।
चल-अचल संपत्ति से संबंधित दस्तावेज खंगालती रही ईडी
छापेमारी के दौरान जांच टीम चल-अचल संपत्ति से संबंधित दस्तावेज खंगालती रही। अरुण और किरण देवी के खिलाफ ईडी का मनी लॉड्रिंग से जुड़ा मामला भोजपुर जिले में दर्ज की गई कुल 16 एफआइआर से जुड़ा है। जांच एजेंसी ने 2021 में दंपति के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया था।
अरुण और परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज कर चुकी एजेंसी
ईडी इस जांच के हिस्से के रूप में अरुण और उनके परिवार के कुछ सदस्यों के बयान दर्ज कर चुकी है। राजद के पूर्व विधायक अरुण पहले से ही ईडी और सीबीआई के रडार पर रहे हैं। जमीन के बदले नौकरी मामले में सीबीआई ने 20 जनवरी, 2024 को उनके आरा और पटना स्थित आवास पर छापेमारी की थी।
अरुण यादव ने अवैध रूप से कमाई संपत्ति- ईडी
ईडी सूत्रों ने बताया कि अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि अरुण यादव ने अवैध रूप से कमाई संपत्ति से 72 अचल संपत्तियां (मूल्य लगभग 9.90 करोड़ रुपये) जिनमें कृषि भूमि, फ्लैट और बिहार के आरा जिले और पटना में आवासीय भूखंड शामिल हैं, खरीदे हैं। अरुण व इनके स्वजन के बैंक खातों में लगभग 20.5 करोड़ जमा हैं। यह राशि 2002-03 से 2021-22 की अवधि के दौरान अर्जित की गई।
उधर, राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने कहा है कि संदेश के पूर्व विधायक अरुण एवं उनकी विधायक पत्नी किरण लालू-राबड़ी परिवार के कालेधन की मनी लॉड्रिंग के लिए वॉशिंग मशीन की तरह काम कर रहे थे। इन्हीं किरण के परिसरों पर ईडी ने छापा मारा है।