मसौली, बाराबंकी। प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ की सरकार प्रत्येक वर्ष हरियाली के लिए करोड़ों रुपए खर्च करके लाखों पौधों का पौधरोपण कर अभियान चलती है।लेकिन वन विभाग चन्द पैसौ की खातिर योगी सरकार को अंगूठा दिखने में लगी है।
थाना क्षेत्र सफदरगंज में बेखौफ वनमाफियाओं द्वारा नाम मात्र की कागजी
कार्यवाही करके प्रतिबंधित पेड़ों के अंधाधुंध कटान किया जा रहा है। बेखौफ वन माफियाओं के बुलंद हौसलों से पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है। यदि वनों की अंधाधुंध कटाई पर वन विभाग द्वारा रोक ना लगाई गई तो भविष्य में आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ हवा मिलना मुश्किल हो जायेगा। यदि स्वच्छ वातावरण नही मिला तो पृथ्वी पर मानव का जीवन संकटमय हो सकता है लेकिन शायद यह बातें वनों की रक्षा करने वालों को याद नही है अथवा अपनी जिम्मेदारियों से जान बूझ कर अनजान हैं। जिसका नतीजा यह कि थाना क्षेत्र सफदरगंज में दिन प्रतिदिन किसी न किसी प्रतिबंधित पेड़ों में आम के पेड़ भी शामिल है जिनमे पौर भी आ चुका है। उसके बाद भी वन विभाग का संरक्षण प्राप्त ठेकेदार खुले आसमान आरा चला रहे है।मीडिया के जरिये समाचार पत्रों में खबरें प्रकाशित भी होती है तो विभाग के आलाधिकारी जांच करने की बात कह कर अपने दायित्वों की खाना पूर्ति कर देते है।सोमवार को थाना क्षेत्र सफदरगंज सैदाबाद गांव के निकट वन माफियाओं ने नाम मात्र की कागजी कार्यवाही करके प्रतिबंधित नीम के 9,आम के 4, जामुन के 18, गूलर के 7 सहित पाकड़ एवं चिलवल के पेड़ तीन दिनों से लगातार काटे जा रहे है।प्रभागीय वनाधिकारी आकाश दीप बधावन का कहना है कि सूचना मिली है,कार्यवाही की जायेगी।