रामकोट-सीतापुर। जहां एक और सरकार गोवंशो के लिए गांव-गांव व शहरों में आशियाना बनवा रही है, लाखों रुपए खर्च किए जा रहे हैं दूसरी और जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं। इसका जीता जागता सबूत फिर एक बार जनपद सीतापुर में देखने को मिला है। ब्लॉक परसेंडी ग्राम पंचायत नवा महमूदपुर मे गोवंश मृत्यु की सूचना प्राप्त हुई जिसको देखते हुए भारतीय किसान मंच के जिलाध्यक्ष सुनील कुमार राजवंशी ने कहा कि इससे पहले भी इस गौशाला में गोवशो की मृत्यु की सूचना प्राप्त हुई थी। जिसको लेकर सीतापुर सदर उप जिलाधिकारी को सूचना अवगत कराई गई थी परंतु जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई नहीं की गई थी। आज फिर ग्राम पंचायत नवा महमूदपुर में बने गौशाला में जिलाध्यक्ष सुनील कुमार राजवंशी अपने पदाधिकारियों के साथ मौके पर पहुंच कर गौशाला का निरीक्षण किया। तो गौशाला में देखा गया तो बड़ी-बड़ी कमियां पाई गई। मौके पर वहां देखा गया कि गड्ढे खुदवाकर मृत्यु गोवंशों को ऐसे ही डाल दिया जाता है मिट्टी भी नहीं डाली जाती है। जिससे क्षेत्र में वातावरण दूषित हो रहा है और बीमारियां फैलने का खतरा हर वक्त बना रहता है। ऐसा कूत्य जिम्मेदारों द्वारा आयेदिन किया जाता है और मृत्यु गोवंशों का पोस्टमार्टम भी नहीं कराया जाता है। जिसको देखते हुए भारतीय किसान मंच संगठन के पदाधिकारीयों में बड़ा रोष व्याप्त हो चुका है। दोषियों के विरुद्ध उचित कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए इन गोवंशो की मृत्यु भूख प्यास बीमारी से तड़प तड़प कर हुई है। जिला प्रशासन भी गोवंशो की ऐसी हालत पर मौन व्रत धारण किए हुए हैं। जबकि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा प्रधानों की देख रेख में गौशालाओं का निर्माण कराया गया है। तथा हर गौशाला में रह रहे गोवंश की खाने-पीने की जिम्मेदारी संबंधित ग्राम प्रधान को ही जाती है। सरकार द्वारा छोट्टे घूम रहे गोवंशो के लिए भी गौशालाओं का निर्माण कराया गया है उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का गोवंशो के प्रति प्रेम जग जाहिर है कोई भी इस जानकारी से अछूत नहीं है।