पुष्प वर्षा के बीच केंद्रों पर परीक्षा देने पहुंचे अभ्यर्थी

अंबेडकरनगर। जिले के 116 केंद्रों पर बृहस्पतिवार से यूपी बोर्ड परीक्षा शुरू हो गई। परीक्षा शुरू होने से पूर्व केंद्रों पर पहले के वर्षों जैसी ही आपाधापी थी। मुख्य द्वार पर जांच भी पहले की ही तरह रही लेकिन इस बार बदला यह था कि परीक्षा देने के लिए जा रहे छात्र-छात्राओं पर बाकायदा पुष्प वर्षा की गई। ऐसे में खुशी व उत्साह के साथ परीक्षार्थी अपने-अपने कक्षों तक पहुंचे। पहले दिन 68 हजार 816 ने परीक्षा दी। 3574 छात्र-छात्राएं अनुपस्थित रहे।
प्रथम पाली में सुबह साढ़े आठ बजे से होने वाली परीक्षा के लिए छात्र-छात्राएं केंद्रों पर सात बजे से ही पहुंचने लगे थे। कई परीक्षार्थियों के साथ उनके अभिभावक भी थे। नतीजा यह रहा कि ज्यादातर केंद्रों के बाहर परीक्षा शुरू होने के निर्धारित समय तक भीड़ के चलते आपाधापी का माहौल रहा। सभी केंद्रों पर कड़ी जांच के बीच छात्रों को प्रवेश मिला। 11 बजकर 45 मिनट तक हाईस्कूल की हिंदी व प्रारंभिक हिंदी तथा इंटरमीडिएट की सैन्य विज्ञान विषय की परीक्षा हुई। कंट्रोल रूम के अनुसार हाईस्कूल में पंजीकृत 39 हजार आठ छात्र-छात्राओं में 36 हजार 894 ने परीक्षा दी जबकि 2114 ने परीक्षा छोड़ दी। इसी पाली में इंटरमीडिएट सैन्य विज्ञान परीक्षा में दो छात्र पंजीकृत थे। इसमें एक ने ही परीक्षा दी।
दूसरी पाली में दोपहर बाद दो बजे से सवा पांच बजे तक होने वाली परीक्षा में इंटरमीडिएट की हिंदी व प्रारंभिक हिंदी जबकि हाईस्कूल की वाणिज्य विषय की परीक्षा हुई। इंटरमीडिएट में 33 हजार 76 छात्र-छात्राएं पंजीकृत थे। 31 हजार 627 ने परीक्षा दी जबकि 1440 ने परीक्षा से दूरी बनाए रखी। इसी प्रकार हाईस्कूल में 13 छात्र-छात्राएं पंजीकृत थे। 294 ने संबंधित केंद्र पर पहुंचकर परीक्षा दी जबकि 19 ने परीक्षा छोड़ दी।

पुष्प वर्षा होते ही खुश दिखे परीक्षार्थी

परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र-छात्राओं को तनावमुक्त करने के लिए परीक्षा केंद्रों पर पुष्प वर्षा भी की गई। मालूम हो कि बीते दिनों बैठक के दौरान डीएम अविनाश सिंह ने जिम्मेदारों को निर्देशित किया था कि छात्र- छात्राओं को परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार का तनाव नहीं होने देना चाहिए। इसके लिए परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने वाले छात्र-छात्राओं का स्वागत करने के साथ ही उन पर पुष्प वर्षा का निर्देश दिया था। अकबरपुर नगर के बीएन इंटर कॉलेज परीक्षा केंद्र से परीक्षा देकर निकलीं हाईस्कूल की नेहा व संतकबीर इंटर कॉलेज सैदापुर के हाईस्कूल के छात्र जरी अब्बास ने खुशी जाहिर की। इसी प्रकार डॉ. जीके जेतली इंटर कॉलेज की छात्रा मनीषा व छात्र अरविंद ने ने भी स्वागत पर खुशी का इजहार किया।

सचल दल रहा सक्रिय

परीक्षा को नकलविहीन निपटाने के लिए गठित छह सचल दल बृहस्पतिवार को पूरी तरह से सक्रिय रहे। डीआईओएस गिरीश कुमार सिंह, बीएसए भोलेंद्र प्रताप सिंह, डायट प्राचार्य ब्रजेश उपाध्याय, प्रधानाचार्या सुमित्रा देवी, तारा वर्मा व प्रधानाचार्य विवेक पटेल के नेतृत्व में टीम ने अलग-अलग क्षेत्रों में स्थित परीक्षा केंद्र पर पहुंचकर जायजा लिया। कक्षों में पहुंचकर परीक्षार्थियों की सघनता से जांच की। प्रथम पाली में डीआईओएस ने एसबी नेशनल इंटर कॉलेज बसखारी, हीरालाल जायसवाल इंटर कॉलेज किछौछा, शास्त्री औद्योगिक इंटर कॉलेज कासिमपुर कर्बला, नरेंद्रदेव इंटर कॉलेज जलालपुर, डॉ. जीके जेतली इंटर कॉलेज अकबरपुर, महारानी लक्ष्मीबाई इंटर कॉलेज बेहलोलपुर समेत कई अन्य परीक्षा केंद्र का जायजा लिया।

बंद रहीं फोटोकॉपी की दुकानें
परीक्षा को सकुशल व शांतिपूर्ण ढंग के साथ ही नकलविहीन निपटाने के लिए परीक्षा केंद्र के एक किमी. सीमा में आने वाली फोटो स्टेट की दुकानें बंद रहीं। अकबरपुर, जलालपुर, टांडा, भीटी व आलापुर तहसील क्षेत्र के परीक्षा केंद्र के आसपास स्थित फोटो स्टेट की दुकानें परीक्षा के दौरान पूरी तरह से बंद रहीं। अधिकारियों के निरीक्षण में कुछ स्थानों पर इक्का-दुक्का दुकानें ही खुली मिलीं तो समझा-बुझाकर बंद करा दिया गया। इसके साथ ही 100 मीटर सीमा में लागू धारा 144 का भी पूरी तरह से पालन कराया गया।

45 वर्षीय विश्वास ने दी हाईस्कूल की परीक्षा

अकबरपुर नगर स्थित बीएन इंटर कॉलेज में हाईस्कूल की परीक्षा देकर बाहर निकले लगभग 45 वर्षीय विश्वास वर्मा के चेहरे पर खुशी देखने को मिली। तहसील क्षेत्र अकबरपुर के लालापुर निवासी विश्वास से जब पूछा गया कि इस उम्र में हाईस्कूल की परीक्षा देने की क्या जरूरत थी तो उसने कहा कि गांव के लोग अक्सर उसे पढ़ा लिखा न होने का ताना मारते रहते थे। बैंक या किसी अन्य सरकारी कार्यालय जाने पर भी परेशानी होती थी। डोमनेपुर स्थित रामचेत रामयज्ञ इंटर कॉलेज में पिछले वर्ष कक्षा नौ में प्रवेश लिया था। इसके बाद से लगातार कक्षा में पहुंचकर शिक्षा भी हासिल कर रहे थे। कहा कि अब लक्ष्य इंटरमीडिएट के बाद स्नातक करना भी है।

सुचारु रूप से हुई परीक्षा

दोनों पालियों में बेहतर ढंग से हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा हुई। केंद्र पर बेहतर माहौल बनाने के लिए छात्र-छात्राओं का न सिर्फ स्वागत किया गया बल्कि पुष्प वर्षा भी की गई। पहले दिन कोई नकलची नहीं पकड़ा गया। -गिरीश कुमार सिंह, डीआईओएस

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