जौनपुर सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए करोड़ों रूपये खर्च कर रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर शिक्षा का स्तर क्या है, वो आप इस वीडियो को देखकर अंदाजा लगा सकते है।
सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर शिक्षा का स्तर क्या है, वो आप इस वीडियो को देखकर अंदाजा लगा सकते हैं। बच्चों को देश का भविष्य कहा जाता है। जिन बच्चों के हाथों में कॉपी और कलम होना चाहिए, वहीं शिक्षकों ने बच्चों के हाथों में फावड़ा पकड़ा दिया। शिक्षक बच्चों से श्रमदान करवा रहे हैं। जौनपुर के खंड विकास बदलापुर के एक प्राथमिक विद्यालय का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें बच्चे अपने हाथों में फावड़ा लेकर विद्यालय परिसर से जलनिकासी का कार्य करते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में अध्यापक भी साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं। सरकार द्वारा प्रत्येक विद्यालय के लिए सफाईकर्मी भी नियुक्त किया गया है, बावजूद इसके शिक्षक बच्चों से इस तरह श्रम करवाते हुए नजर आते हैं।
जनपद में 75 सफाईकर्मी तैनात फिर भी बच्चों से कराई जा रही सफाई
जौनपुर के बदलापुर नगर पंचायत के अंतर्गत आने वाले वार्ड नंबर-15 स्थित प्राथमिक विद्यालय सरोखनपुर प्रथम विद्यालय पर अध्यापक और अध्यापिकाओं की मौजूदगी में छात्रों से फावड़े से विद्यालय परिसर से जलनिकासी का कार्य करवाया जा रहा है। देश का भविष्य कहे जाने वाले नौनिहालों के हाथों में कॉपी किताब और कलम की बजाय फावड़ा देकर मजदूरों की तरह कार्य करवाते हुए दिखाई दे रहे हैं। जबकि पूरे बदलापुर नगर पंचायत में लगभग 75 सफाईकर्मी तैनात हैं।
शासन की मंशा पर फेरा जा रहा पानी
उत्तर प्रदेश शासन द्वारा स्कूल चलो अभियान के तहत बच्चों को सरकारी विद्यालयों से जोड़ते हुए नि:शुल्क शिक्षा, यूनिफॉर्म और भोजन तक की सुविधाए विद्यालयों पर उपलब्ध कराई जा रही हैं। शासन की मंशा है कि सरकारी विद्यालयों में बच्चो को प्राइवेट विद्यालयों की तुलना में अधिक सुविधा मिल सकें। अध्यापकों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, शासन की मंशा पर पानी फेरते हुए नौनिहालों से विद्यालय परिसर से पानी निकलवाने का कार्य किया जा रहा है।
क्या कहते हैं अधिकारी
इस मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी गोरखनाथ पटेल ने कहा कि स्वच्छता अभियान चल रहा है। इसमें शिक्षकों के साथ बच्चे भी स्वच्छता अभियान में भाग ले रहे हैं।