महमूदाबाद/सीतापुर। बीते शनिवार को तहसील सभागार में आयोजित होने वाला संपूर्ण समाधान दिवस उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर स्थगित कर दिया गया था। जो कि मंगलवार को तहसील सभागार में एसडीएम की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ।
महमूदाबाद तहसील सभागार में मंगलवार एसडीएम शिखा शुक्ला ने सम्पूर्ण समाधान दिवस में शिकायतें सुनीं। मौके पर 46 शिकायतें आईं। जिनमे से 23 शिकायतें राजस्व विभाग, 14 शिकायतें पुलिस विभाग व शेष 10 शिकायतें दूसरे विभागों की रहीं। मौके पर मात्र 6 शिकायतों का ही निस्तारण हो पाया। लंबित शिकायतों को एसडीएम शिखा शुक्ला ने संबंधित विभाग के अधिनास्तों को समय से निस्तारण करने के सख्त निर्देश दिए। तहसील सभागार में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में आए क्षेत्र के ग्रामपंचायत गुडैचा के धुरिया गांव से आए दो फरियादी भाइयों हरिनाम और आशाराम ने एसडीएम को शिकायती पत्र देकर बताया की उनकी गांव स्तिथ भूमि गाटा संख्या 1मि०/0.620 हे० है। राजस्व अभिलेखों में दोनो फरियादी भाइयों का नाम सहखातेदार के रूप में दर्ज है। उक्त भूमि जिसके बीच में से पीडब्ल्यूडी द्वारा रेउसा-महमूदाबाद रोड निकलने से भूमि दो हिस्सों में मतलब पूरब और पश्चिम दिशा में बट गई। आरोप है कि पूरब तरफ वाली भूमि जिसपर उनके द्वारा पहले से ही बांस के पेड़ लगाए गए थे। बावजूद इसके उसपर पास के गांव गोपालपुरवा के निवासी रामनरेश, कैलाश, राजेश, गेंदाराम उनकी भूमि पर जबरन कब्ज़ा करने की नियत से पक्का निर्माण कर रहे हैं। आरोप है की जब आरोपियों को पक्का निर्माण करने से हरिनाम रोकते हैं, तो आरोपी हावी हो जाते हैं और तमंचा व लाठी डंडा लेकर मारने के लिए दौड़ा लेते हैं। और कहते हैं की जैसे 40 साल पूर्व उनके पिता ने फरियादियों के पिता की हत्या की थी ठीक वैसे ही आरोपी उनका अंजाम करेंगे। फरियादियों का कहना है कि उनके द्वारा 2020 में एक बार पक्की पैमाईश का आवेदन भी किया जा चुका है। हरिनाम कहते हैं की आरोपी सरकारी कर्मचारी हैं, और वो ऐलानिया धमकी देते हुए कहते हैं कि आरोपी अपने एक महीने के वेतन में दोनो फरियादी भाइयों को फर्जी मुकदमे में जेल में सड़ा डालेंगे। दोनों फरियादी भाइयों ने एसडीएम को दिए हुए शिकायती पत्र में लिखा है कि किसी भी समय उनकी व उनके परिवार के लोगों की हत्या हो सकती है। आरोप है कि क्षेत्रीय लेखपाल ललितेश द्वारा उनके द्वारा तीन बार की जा चुकी शिकायत की जांच सही से नहीं की गई है। आरोप है कि लेखपाल तमाम सी शिकायतों के बाद भी मौके की स्थिति का जायज़ा लेने एक बार भी नही आए हैं। जबकि फरियादी भाइयों कि मानें तो वो लोग लखनऊ मंडलायुक्त से लेकर जिलाधिकार और एसडीएम तक शिकायतें कर चुके हैं।
प्रार्थना पत्र आया है। शिकायतकर्ता को ये बताया गया है कि वो अगर संतुष्ट नहीं हैं। तो वो धारा 24 के तहत पक्की पैमाईश करा लें। उसमे क्लियर रिपोर्ट चली जायेगी की उनकी भूमि पर अन्य लोगों का कब्जा है या नहीं। अगर शिकायतकर्ता धारा 24 के अंतर्गत प्रार्थना पत्र देते हैं तो क्षेत्रीय लेखपाल को छोड़कर वो अन्य लेखपालों की टीम गठित कर पैमाईश करवाएंगी- एसडीएम शिखा शुक्ला