लखनऊ। राजधानी के गोमतीनगर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 6 पर शनिवार को एक 5 साल के मासूम बच्चे का शव मिला था। जीआरपी पुलिस ने शिनाख्त न होने पर मासूम के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया था। सोमवार को पोस्टमॉर्टम होने के बाद इसका खुलासा हुआ। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया कि बच्चे के शरीर पर कई चोट के निशान है और बायां पैर भी टूटा हुआ है। माना जा रहा कि बच्चे की पीट-पीट कर हत्या की गई और शव को गोमतीनगर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 6 पर फेंक दिया गया।
बता दें कि 17 फरवरी को रात 9 बजे के करीब गोमतीनगर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 6 पर एक 5 साल के बच्चे का शव लहूलुहान हालत में मिला था।जीआरपी ने शव की शिनाख्त न होने पर लावारिस में पंचनामा भरा और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक बच्चे की मौत की वजह शॉक एंड हैमरेज है। वहीं पुलिस बच्चे के सिर में चोट के निशान को पुलिस दुर्घटना मान रही थी और हादसे की आशंका बताकर पंचनामा भर दिया। लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि हुई है।
इस घटना को लेकर कहीं न कहीं पुलिस पर सवाल उठते नजर आ रहे है। जहां एक ओर पुलिस ने हादसे की आशंका बताकर पंचनामा भर दिया। वहीं दूसरी ओर किसी भीलावारिस शव के मिलने के समय से 72 घंटे बाद उसका पोस्टमॉर्टम कराया जाता है। जिससे उसकी शिनाख्त हो सके और परिजनों को अपने परिचित का अंतिम दर्शन हो सके। लेकिन जीआरपी पुलिस ने बच्चे के मिले शव में इस नियम को अनदेखी किया और तय समय से 24 घंटे पहले ही शव का पोस्टमॉर्टम करा दिया गया।