अहमदाबाद। गुजरात में कांग्रेस अपने विधायकों का विशवास खोने के साथ विधानसभा में नेता विपक्ष का कार्यालय भी खो चुकी है। भाजपा के निशाने पर अभी कुछ और कांग्रेस विधायक हैं। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश्,राजस्थान में कई वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के पार्टी छोड़ने की अटकलों के बीच गुजरात के सत्ता के गलियारों में इस बात चर्चा जोरों पर है कि कांग्रेस के कुछ पूर्व अध्यक्ष भी पाला बदल सकते हैं।
अयोध्या में राममंदिर के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर पूर्व अध्यक्ष एवं विधायक अर्जुन मोढवाडिया समेत कई नेताओं ने सीधे कांग्रेस आलाकमान को नसीहत दे डाली थी। लोकसभा चुनाव से पहले मोढवाडिया पर भाजपा डोरे डाल रही है ताकि पोरबंदर के गढ़ को मजबूत किया जा सके।
विधानसभा चुनाव में भाजपा को रिकार्ड 156 सीटों मिली जीत
गुजरात भाजपा के अध्यक्ष सी आर पाटिल ने विधानसभा चुनाव में भाजपा को रिकार्ड 156 सीटों पर जीत दिलाकर एक नया कीर्तिमान तो स्थापित किया ही है अब आगामी लोकसभा चुनाव में वे राज्य की सभी 26 लोकसभा सीट को पांच – पांच लाख के अंतर से जीतने का दावा कर रहे हैं।
गौरतलब है कि खुद पाटिल ने गत लोकसभा चुनाव देश में सबसे अधिक मतों से करीब 6 लाख 89 हजार के अंतर से जीता था। जबकि केंद्रीय ग्रहमंत्री अमित शाह ने 5 लाख 57 हजार मतों के अंतर से जबकि वडोदरा से रंजन भट्ट 5 लाख 89 हजार मतों से चुनाव जीती थी। पाटिल जब लक्ष्य तय करते हैं तो उसकी रणनीति पहले तैयार कर चुके होते हैं, उनका काम इसलिए और आसान हो रहा है चूंकि कांग्रेस चुनाव से पहले ही हथियार डाल चुकी है।
आम आदमी पार्टी में चल रही खींचतान
गत विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के बीच जिस तरह की खींचतान हुई थी ठीक वैसा ही अब नजर आ रहा है। इस बार विधानसभा के सत्र के दौरान कांग्रेस औपचारिक विरोध भी नहीं कर पा रही है, जिसे देखकर पार्टी की हालत, जीत की चाहत मिटी, चिंता घटी और मनवा बेपरवाह जैसी लगती है। विधानसभा की 10 प्रतिशत से कम सीटें होने के कारण कांग्रेस को नेता विपक्ष का पद नहीं मिल सका और अब इसका कार्यालय भी पार्टी से छिन गया।
बीते कुछ दिनों में गुजरात विधानसभा के 4 विधायक इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो चुके हैं, संभवत लोकसभा के साथ विधानसभा की इन सीटों पर भी चुनाव होगा। उल्लेखनीय है कि 182 सदस्यों वाली विधानसभा में अब 178 सदस्य रहे हैं। कांग्रेस के 2 विधायक वीजापुर से सी जे चावडा, खंभात से चिराग पटेल, एक निर्दलीय तथा आम आदमी पार्टी के विसावदर से विधायक भूपत भायाणी पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं।
विधानसभा में भाजपा के 156 सदस्य हैं वहीं कांग्रेस के 15 व आप के 4
विधानसभा में जहां भाजपा के 156 सदस्य हैं वहीं कांग्रेस के 15 व आप के 4 रहे हैं। एक समाजवादी पार्टी व 2 निर्दलीय विधायक भी हैं। भाजपा के प्रदेश कार्यालय श्रीकमलम में चुनाव तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की मौजूदगी में हुई बैठक में अध्यक्ष सी आर पाटिल पार्टी कार्यकर्ताओं से कह चुके हैं कि इस चुनाव में सभी 26 सीट 5 – 5 लाख मतों के अंतर से जीतकर गुजरात में सभी सीट पर जीत की हैट्रिक लगाने के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की भी हैट्रिक लगानी है।
जबकि गुजरात भाजपा प्रभारी रत्नाकर ने पार्टी की इस बैठक में पदाधिकारियों को सरपंच स्तर तक का चुनाव लड चुके नेताओं को भाजपा मे लाने की बात कही थी। उनका कहना है गत चुनाव में भाजपा करीब 15 हजार बूथ पर पिछड गई थी, इनमें बढत हासिल करने के साथ सभी 26 लोकसभा सीट भाजपा पांच – पांच लाख मतों के अंतर से जीतना है। पार्टी के मीडिया प्रभारी यज्ञेश दवे बताते बताते हैं कि एक बूथ में 800 से 1200 मत होते हैं और भाजपा जिन बूथ में पिछडी थी उनमें बढत लेना पहली प्राथमिकता होगी।
भाजपा विरोधी दलों के नेता-कार्यकर्ताओं को पार्टी में लेगी
आगामी दिनों में भाजपा बड़े पैमाने पर विरोधी दलों के नेता व राजनीतिक कार्यकर्ताओं को पार्टी में लेगी, इसकी तैयारी भी पूरी रणनीति से चल रही है। भाजपा ने ऐसे नेताओं की सूची बनाकर पार्टी में उनका स्वागत करने के लिए बाकायदा 6 सदस्यों की एक समिति बनाई है। इसमें राज्य मंत्री प्रफुल्ल पानसेरिया, विधानसभा में उपसचेतक जगदीश मकवाणा, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ भरत बोधरा, वडोदरा के प्रभारी राजेश पाठक, युवा मोरचा के पूर्व उपाध्यक्ष हिमांशु पटेल तथा सहप्रवक्ता जयराज सिंह को शामिल किया गया है।