महोली(सीतापुर)| चीनी मिल के बंद होने के बाद से बेरोजगारी का दंश झेल रहे महोली क्षेत्र के हजारों लोग लखनऊ, कानपुर, दिल्ली, पंजाब,हरियाणा, गुजरात आदि जगहों पर नौकरी आदि करके अपना वअपने परिवार का भरण- पोषण हैं।वहीं सीतापुर दिल्ली रेलमार्ग पर स्थित महोली रेलवे स्टेशन पर लंबी दूरी की एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव सुनिश्चित न होने के कारण उन्हें रोडवेज बस आदि से यात्रा करनी पड़ती है।जो कि काफी मंहगा पड़ता है जिसके चलते क्षेत्रीय लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
आपको बता दें कि महोली होकर लगभग छह जोड़ी साप्ताहिक ट्रेनें,दो जोड़ी डेली एक्सप्रेस जिनमें मोरध्वज, कामख्या,जननायक, रक्सौल दिल्ली एक्सप्रेस आदि गाड़ियां गुजरती हैं।लेकिन इनमें से एक भी ट्रेन का ठहराव महोली में नहीं है।जबकि पूर्व में रक्सौल दिल्ली व सीतापुर रेवाड़ी सहित अन्य कई गाड़ियां महोली में रुका करती थीं।स्टेशन मास्टर ने बताया कि इस समय सिर्फ दो पैसेंजर ट्रेन महोली में रुक कर सवारियां लेती हैं और इन गाड़ियों में भी इक्का दुक्का लोग ही महोली से चढ़ते हैं।ऐसे में एक्सप्रेस ट्रेनों के महोली में ना रुकने से यात्रियों को ट्रेन पकडऩे के लिए शाहजहांपुर,सीतापुर जाना पड़ता है। दिल्ली में प्राइवेट फैक्ट्री में काम करने वाले कन्हैया लाल ने बताया कि मुझे दिल्ली जाने के लिए शाहजहांपुर से ट्रेन पकड़नी पड़ती है। हरिद्वार में प्राइवेट फैक्ट्री में काम करने वाले सुनील शुक्ला उर्फ दलगंजन हरिद्वार की प्राइवेट फैक्ट्री में काम करते है वह भी इसी समस्या से त्रस्त है इनका कहना है कि कमाई का बहुत पैसा तो किराए भाड़े में खर्च हो जाता है जिससे बड़ी दिक्कत होती है।अगर महोली में रेलवे स्टेशन पर रेल गाडिय़ों का स्टापेज हो जाए तो कुछ राहत मिले।क्षेत्र के गुरु प्रसादशर्मा,विमल कश्यप,विपिन गुप्ता,अनुराग मिश्र,कमलेश, मो खालिद, राजेश, सुनील त्रिवेदी, फौजी शोभित दीक्षित,फौजी ऋषी त्रिवेदी, जितेन्द्र मिश्रा ‘गुलजारी’आदि ने महोली में ट्रेनो के ठहराव की मांग की है।