पुलिस और बीजेपी कार्यकर्ताओं की झड़प में सुकांत मजूमदार घायल

कोलकाता। संदेशखाली हिंसा के खिलाफ नॉर्थ 24 परगना के बशीरहाट में एसपी दफ्तर के बाहर धरना-प्रदर्शन के दौरान पश्चिम बंगाल के बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार की पुलिस से झड़प हो गई। धरना-प्रदर्शन के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पहले बैरिकेड तोड़ा। पुलिस ने उन्हें जब रोकने की कोशिश की तो दोनों पक्षों में धक्का- मुक्की शुरु हो गई है।

पुलिस और बीजेपी कार्यकर्ताओं की झड़प में सुकांत मजूमदार भी घायल हो गए। विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मी मजूमदार को वापस उसी होटल में ले जाने की कोशिश कर रहे थे, जहां उन्हें हिरासत में रखा गया था। इस बीच, पुलिस को लाठी उठाए बीजेपी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को खदेड़ते देखा गया।

पुलिस ने कार्यकर्ताओं को काबू में करने के लिए पानी की बौछार किया। भाजपा समर्थकों का कहना है कि पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया है, जिसमें कई समर्थक घायल हो गये हैं। पुलिस ने बताया कि मजूमदार को इलाज के लिए पुलिस वाहन से अस्पताल ले जाया जा रहा है।

गौरतलब है कि यह संघंर्ष तब शुरू हुआ जब पार्टी कार्यकर्ता संदेशखाली में प्रवेश करने से रोके जाने के बाद पुलिस कर्मियों से भिड़ गए, जहां महिलाएं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता शाजहां शेख और उनके सहयोगियों द्वारा उनके खिलाफ किए गए कथित अत्याचारों को लेकर आंदोलन कर रही हैं।

इससे पहले दिन में बंगाल पुलिस ने सुकांत मजूमदार को उत्तर 24 परगना जिले के ताकी में एक गेस्ट हाउस से बाहर निकलने से रोक दिया। भाजपा नेताओं को संदेशखाली की ओर जाने से रोकने के लिए भारी पुलिस तैनाती की गई, जहां धारा 144 लागू कर दी गई है। हालांकि, भाजपा नेताओं ने निषेधाज्ञा का उल्लंघन किया और संदेशखाली की ओर अपना मार्च जारी रखा, जिससे पुलिस के साथ झड़प हुई।

संदेशखाली मामले पर बीजेपी का हमला

बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ममता सरकार और तृणमूल कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने पश्चिम बंगाल की ममता सरकार पर अपराधियों को संरक्षण देकर पुलिस को कमजोर करने का आरोप लगाया।

उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “पश्चिम बंगाल में हमारी जनजातीय बहनों (खासकर हिंदू बहनों) के साथ टीएमसी के गुंडे दिनदहाड़े शोषण और दुष्कर्म कर हैं और सूबे की मुख्यमंत्री मूकदर्शक बनी हुई हैं, ये बहुत ही चिंताजनक है। ममता सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है। पश्चिम बंगाल में जंगलराज चल रहा है।”

बीजेपी नेता ने टीएमसी और ममता सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “एक तरफ मोदी सरकार जनजातीय समुदाय को मजबूत कर रही है, मुख्यधारा से जोड़ रही है, उनका सशक्तिकरण कर रही है। दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल में गैरकानूनी तरीके से जबरन जनजातीय समुदाय की जमीने छीनी जा रही है। सवाल ये है कि ममता बनर्जी को जनजातीय समुदाय, पिछड़े और दलित समाज से इतनी नफरत क्यों है?”

गौरव भाटिया ने कहा, “संदेशखाली में जिन महिलाओं का शोषण किया गया, जिनके साथ दुष्कर्म हुआ, उनके परिजनों के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज कर दी गई, ताकि डरा-धमकाकर इस मामले को दबा दिया जाए। ममता बनर्जी महिला मुख्यमंत्री होते हुए भी बंगाल में टीएमसी के गुंडों को महिलाओं के खिलाफ अत्याचार करने की छूट दे रखी है।”

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