जहाँ एक तरफ मनरेगा श्रमिक साल में सौ दिन का काम न मिलने के कारण, विकास खंड का घेराव व हड़ताल करके , उच्चाधिकारियों को ज्ञापन दे रहे है जिससे परिवार का भरण पोषण कर सके , वही दूसरी तरफ जिम्मेदार श्रमिक हाजिरी घोटाले में व्यस्त ।
अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी सुधांशु कुमार सरंक्षण देने में व्यस्त, जानकारी देने के लिए नही रिसिब करते ननबर
सीतापुर। विकास खंड परसेंडी में जिम्मेदारो की मिलीभगत से दिन प्रतिदिन विकास खंड में घोटालों के नए कीर्तिमान स्थापित किए जा रहे है, अगर इसी तरह से चलता रहा तो वो दिन दूर नही ,जब घोटालों में कीर्तिमान स्थापित करने के लिए कर्मचारियों को ,डी सी मनरेगा के द्वारा प्रोत्साहन के रूप में सम्मानित भी किया जाएगा। आपको बताते चले की अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी की उदासीनता की चलते सरकार की महत्वपूर्ण योजना मनरेगा घोटाले की भेट चढ़ गई है, प्रतिदिन किसी न किसी ग्राम पंचायत में देखा जा सकता है । बताते चलें कि ग्राम पंचायत दूघरा में चल रहे कार्य ,सोगद्दी तालाब की खुदाई में 9 मास्टर रोल पर 77 श्रमिको की हाजिरी लगाई गई ,लेकिन ऑनलाइन अपलोड डाटा में किसी भी मास्टर रोल पर एक भी श्रमिक नही देखने को नहीं मिल रहा है ।
श्रमिक ऐसे गायब ,लेकिन जिम्मेदार है की कोई सुधि तक लेना वाजिब नहीं समझते ,सभी मास्टर रोल में अपलोड की गई फोटो में एक ही फोटो अपलोड की गई है ,जिसमे किसी प्रकार का न कोई श्रमिक दिख रहा है और न ही कोई काम जिससे साफ यह प्रतीत होता है । कि काम कुछ नही हो रहा है सिर्फ फर्जी तरीके से हाजिरी लगा कर घोटाला किया जा रहा है।