नई दिल्ली। राष्ट्रीय लोक दल के एनडीए में शामिल होने की खबरों पर यूपी के मंत्री और निषाद पार्टी के प्रमुख संजय निषाद ने कहा, “जब किसान एनडीए के समर्थन में आ रहे हैं, तो किसान नेता कहां जाएंगे? सभी किसान अंततः हमारे साथ आएंगे… वह (जयंत चौधरी) का स्वागत है।” बता दें, रालोद के भाजपा के साथ जाने की खबरों ने आइएनडीआइए के कान खड़े कर दिए हैं। रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी की मान-मनौवल शुरू हो गई है। कल तक रालोद के सामने शर्तें रखने वाले सपा मुखिया अखिलेश यादव भी नरम पड़ते दिख रहे हैं।
कांग्रेस रणनीतिकारों के भी दिल्ली में जयंत चौधरी से संपर्क करने की बात सामने आ रही है। इस पूरे घटनाचक्र के दौरान अभी तक रालोद की ओर से कोई बयान नहीं आया है। जयंत फिलहाल चुप्पी साधे हैं और हर कदम सोच-समझकर चलते दिख रहे हैं।
12 फरवरी का कार्यक्रम स्थगित होने के बाद से शुरू हुए कयास
बता दें, 12 फरवरी को छपरौली में अजित सिंह की प्रतिमा अनावरण का कार्यक्रम था, जो स्थगित हो गया। इसके बाद ही जयंत चौधरी के भाजपा के साथ जाने के कयास लगने शुरू हो गए थे। इन कयासों को जयंत की चुप्पी से और बल मिल गया। सूत्रों के अनुसार, भाजपा ने रालोद को बिना शर्त पांच सीटें देने की पेशकश की है।