बरेका कर्मियों ने केन्द्रीय चिकित्सालय में किया रक्तदान,अफसरों ने बढ़ाया उत्साह

वाराणसी । बनारस रेल इंजन कारखाना के केन्द्रीय चिकित्सालय में शनिवार को आयोजित स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में कर्मचारियों और अफसरों ने पूरे उत्साह के साथ रक्तदान किया। महाप्रबंधक बासुदेव पांडा के दिशा-निर्देशन और चिकित्सालय के प्रमुख मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश कुमार के नेतृत्व में कर्मचारियों ने शिविर में भागीदारी की। प्रमुख मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश कुमार ने खुद रक्तदान कर कर्मचारियों को इस महादान के लिए प्रेरित किया। इस दौरान डॉ. देवेश कुमार ने बताया कि रक्तदान को महादान की संज्ञा दी गई है, क्योंकि इसकी सहायता से किसी के जीवन को बचाया जाता है।

यह हर्ष का विषय है कि बरेका कर्मचारी व उनके परिवारजन इस पुनीत कार्य में बढ़-चढ़ कर भाग ले रहे हैं। विगत वर्ष अत्यधिक जलवायु परिवर्तन के कारण वायरल महामारी में रोगियों के लिए काफी संख्या में रक्त चढ़ाने की आवश्यकता पड़ी थी, जिससे सबक लेते हुए हमें भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए एवं रक्तदान में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए। चिकित्सालय के वरिष्ठ मंडल चिकित्सा अधिकारी डाॅ. एस.के. मौर्या ने स्वयं रक्तदान करते हुए उपस्थितजनों की शंकाओं का भी समाधान किया, ताकि अधिक से अधिक लोग इस सेवा के लिए प्रेरित होकर रक्तदान कर सकें। शिविर में बी.एच.यू. की सहायक प्रोफेसर डाॅ. पूनम सिंह खरवार ने स्वयं रक्तदान करते हुए बताया कि बी.एच.यू. में बीएड व एमएड कर रहे विद्यार्थियों को वे स्वास्थ्य शिक्षा कक्षा में भी रक्तदान के महत्व को बताते हुए इस कार्य के लिए प्रेरित करती रहती है।

अपने जन्मदिन पर रक्तदान कर मुकेश कुमार सिंह ने खुशी जताई। शिविर में मुख्य सतर्कता अधिकारी प्रमोद कुमार चौधरी, प्रमुख मुख्य इंजीनियर विनोद बम्पाल, उप मुख्य यांत्रिक इंजीनियर, स्पेयर महेश प्रताप सिंह, वरिष्ठ आ.सं. प्रबंधक नितेश कुमार शर्मा, उप मुख्य इंजीनियर साकेत, आई.टी. प्रोग्रामर अमित सिकदर, सहायक सामग्री प्रबंधक आनन्द वार्ष्णेय तथा प्रोटोकाॅल अधिकारी मारकण्डेय मिश्रा ने रक्तदान करते हुए अपने विभाग के कर्मचारी व सिविल डिफेंस के सदस्यों को भी इसमें भाग लेने के लिए प्रेरित किया । इसके अतिरिक्त बरेका कर्मचारी उमेश श्रीवास्तव ने 30 बार रक्तदान कर उल्लेखनीय उदाहरण प्रस्तुत किया।

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