रांची। झारखंड में सियासी उलटफेर के बीच चम्पाई सोरेन ने शुक्रवार को राज्य के 12वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने उन्हें पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। उनके साथ ही कांग्रेस के आलमगीर आलम और राजद के सत्यानंद भोक्ता को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई।
चम्पाई व अन्य दोनों मंत्री हेमंत सरकार में भी मंत्री थे। चम्पाई को पांच फरवरी को सदन में बहुमत साबित करना है। इसके लिए पांच व छह फरवरी को विधानसभा के विशेष सत्र के आयोजन का निर्णय लिया गया है। बहुमत साबित होने के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा।
राज्य की कमान संभालते ही चम्पाई ने कैबिनेट की बैठक कर कई निर्णय लिए। बहुमत साबित करने व मंत्रिमंडल के गठन के बाद बजट सत्र के नए कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी। चम्पाई सरकार के सामने अभी विधायकों को एकजुट रखने की चुनौती है।
राजनीतिक जोड़तोड़ के खतरे को देखते हुए शुक्रवार को शपथ ग्रहण के तत्काल बाद कांग्रेस और झामुमो के 36 विधायकों को विमान से हैदराबाद भेज दिया गया। विधायकों को हैदराबाद के समीरपेठ स्थित लियोनिया रिसार्ट में ठहराया गया है।