राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम का स्कूलों में चला अभियान

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बच्चों कों कुष्ठ रोग की दी जानकारी शुक्लागंज,

उन्नाव। भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर चलाये जा रहे राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम का अभियान नगर के कई स्कूलों में भी चलाया गया। जहाँ स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा बच्चों कों कुष्ठ रोग के बारे में बताते हुए रोग के कारण, लक्षण, उपचार के साथ सावधानियों की जानकारी दी गयी। सरकार द्वारा चलाये जा रहे राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम अभियान के तहत गुरुवार कों शुक्लागंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से विभाग की टीम देवारा खुर्द स्थित रामेश्वरम सरस्वती शिक्षा निकेतन स्कूल में पहुंची।

स्वास्थ्य विभाग की टीम में मौजूद डॉ एसके विश्वकर्मा, पीएमडब्लू मोनिका सक्सेना ने बच्चों कों जानकारी देते हुए बताया कि शरीर पर सुन्न दाग़ कुष्ठ रोग का प्रथम लक्षण है। नसों का मोटा होना, हाथ पैरों में झंझनाहट होना, भौंहों में बाल कम होना, चेहरे में सूजन, चिकनाहट एवं सुर्खि का होना आदि कुष्ठ रोग के लक्षण है। कुष्ठ रोग अतिसुक्ष्म माइक्रो बैक्टिरियम लेप्रा बैसिलाई नामक कीटाणु द्वारा होता है जिसका प्रभाव त्वचा एवं स्नायुओं पर होता है। सरल उपचार से लगातार दवा खाने से कुष्ठ रोगी ठीक हो जाता है। सरकार द्वारा सभी सरकारी चिकित्सालयों में कुस्थ रोग की जाँच होती है और निशुल्क उपचार किया जाता है। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग कि टीम द्वारा अपील की गयी कि कुष्ठ रोगी से घृणा न करें, बल्कि उसे कुष्ठ उपचार केंद्र पर जाने की प्रेरणा दें जिससे समाज से कुष्ठ रोग कों समाप्त किया जा सके। कार्यक्रम में मनीष कुमार,प्रखर दुबे,गोविन्द,नैना तिवारी, शालिनी द्विवेदी, दिव्या, श्रेया तिवारी सहित अन्य अध्यापक मौजूद रहे।

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