नई दिल्ली। इंग्लैंड टीम के टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स ने भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में मिली जीत के बाद अपनी कप्तानी का क्रेडिट पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी को दिया। इस वक्त इंग्लैंड की टीम भारत के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेल रही है, जिसके पहले मैच में इंग्लैंड ने भारत को 28 रन से पटखनी दी। अब दूसरा मुकाबला 2 फरवरी से खेला जाएगा।
पहले टेस्ट में जीत के बाद बेन स्टोक्स की कप्तानी की काफी वाहवाही हुई। पहले टेस्ट की प्लेइंग-11 में स्टोक्स ने तीन स्पिन गेंदबाज के साथ मैदान पर उतरने का फैसला किया था और उन्होंने अनुभवी गेंदबाज जेम्स एंडरसन को मौका नहीं दिया। इस फैसले को देख हर कोई हैरान था, लेकिन उनका ये फैसला टीम के पक्ष में गया। इस बीच मैच के बाद बेन स्टोक्स ने कहा कि वह हमेशा ही एमएस धोनी और सीएसके के कोच फ्लेमिंग की तरह बनना चाहते हैं।
बेन स्टोक्स ने की धोनी और कोच फ्लेमिंग की तारीफ
दरअसल, इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स अपनी आईपीएल में पिछली टीम सीएसके के कप्तान धोनी और कोच स्टीफेन फ्लेमिंग से काफी इंप्रेस हैं। बेन स्टोक्स का कहना है कि वह धोनी और सीएसके के कोच ब्रैंडन मैकुलम की राह पर चलना चाहते हैं। सीएसके ने स्टोक्स को 16.25 करोड़ रुपये में खरीदा था, लेकिन उन्होंने सिर्फ दो ही मैच खेला, जिसमें उन्होंने 15 रन बनाए और कोई विकेट हासिल नहीं किया। फिटनेस की वजह वह सीजन में बाकी मैच नहीं खेल पाए।
स्टोक्स ने टीम के साथ अपने अनुभव को लेकर कहा कि हम आईपीएल जीत गए और इस तरह मुझे टीएफसी अवॉर्ड मिला यानी ‘थैंक्स फॉर कमिंग’ अवॉर्ड। जाहिर है चोट और इस तरह की चीजों के चलते में जैसा चाहता था वो सब नहीं हुआ, लेकिन सीएसके जैसी मजबूत टीम का हिस्सा बनना बड़ी बात है। मैंने पहले भी कोच फ्लेमिंग और धोनी के साथ काम किया है,जब मैं पुणे में खेल रहा था। मुझे लगता है कि एमएस धोनी और फ्लेमिंग एक-दूसरे के पूरक जैसे हैं।