संविधान दिवस पर जब उच्चाधिकारियों व मंत्री के मध्य अधिकारी से ऐसा व्यवहार तो कैसे सुरक्षित आम जनता, कही जनता की चुप्पी, वर्दी का ख़ौफ तो नही ?
एक तरफ पुलिस अधिकारियों को दिया जा रहा था प्रशस्ति पत्र दूसरी तरफ एएसपी कर रहे थे मनमानी
सीतापुर । जहाँ एक तरफ प्रदेश में पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों द्वारा उत्तर प्रदेश पुलिस आपकी सेवा में सदा तत्पर के बड़े बड़े स्लोगन लिख कर जनता को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया जाता है, जिससे आम जनता का पुलिस पर विश्वास बना रहे और पीड़ित निडर होकर आपनी फरियाद पुलिस विभाग के आला अधिकारियों से करके न्याय की गुहार लगा सके , जिससे आम जनता को न्याय मिल सके । प्रदेश में पुलिस विभाग के अधिकतर अधिकारियों द्वारा पीड़ित को न्याय दिलाने का हर सम्भव प्रयास किया जाता है, और आम जनता से मित्रवत व्यवहार भी किया जाता है जिससे वह अपनी बात निडर होकर पुलिस विभाग के अधिकारियों से कह सके । वही दूसरी तरफ जनपद सीतापुर में पुलिस विभाग में उच्च पद पर कुछ ऐसे अधिकारी भी कार्यरत है ,जो वर्दी के रौब में जब जिले के उच्च पद पर कार्यरत अधिकारियों से आभद्र व्यवहार करते है, तो आम जनता से क्या व्यवहार होगा यह तो आंकलन कर पाना मुश्किल है । बताते चले कि जिला सूचना अधिकारी लाल कमल ने प्रमुख सचिव सहित अन्य उच्चाधिकारियों को शिकायत पत्र देकर अवगत कराया कि वह 26 जनवरी को रिजर्व पुलिस लाइन में पुलिस विभाग के द्वारा आयोजित परेड कार्यक्रम, जिसमे उत्तर प्रदेश शासन के प्रभारी मंत्री ,जिला न्यायाधीश व जिलाधिकारी मौजूद थे । प्रभारी मंत्री के प्रोटोकॉल जिला सूचना अधिकारी भी तैनात थे ,इसी दौरान अपर पुलिस अधीक्षक प्रकाश कुमार ने जिला सूचना अधिकारी लाल कमल से आपत्तिजनक का शब्दो का प्रयोग करते हुए , जिला सूचना अधिकारी को पुलिस लाइन से कलेक्ट्रेट जाने को कहा गया । जिला सूचना अधिकारी ने बताया कि इससे पूर्व भी 28 दिसम्बर को प्रभारी मंत्री के परसेंडी ब्लाक के पट्टी सेवई गांव के निरीक्षण के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक द्वारा जिला सूचना अधिकारी की धक्का देकर हटने को कहा गया था । जिला सूचना अधिकारी ने उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी पर मानसिक उत्पीड़न के साथ शासकीय कार्य में अवरोध उत्पन्न करने का आरोप लगाते हुए कार्यवाही की मांग की।
अब सवाल या उठना है कि जब जिले में उच्च पद पर तैनात जिला सूचना अधिकारी के साथ अपर पुलिस अधीक्षक का यह व्यवहार है, तो आम जनता से अपर पुलिस अधीक्षक का क्या व्यवहार होगा ।कहीं वर्दी के ख़ौफ में तो आम जनता अपर पुलिस अधीक्षक द्वारा किए जा रहे हैं ,व्यवहार से चुप्पी तो नहीं साधे है ?
गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ , घटना की जानकारी नहीं हो पाई ।
यदि जिला सूचना अधिकारी ने शिकायत पत्र लिखा है, तो उसे दिखवाया हूं ।
चक्रेश मिश्रा पुलिस अधीक्षक सीतापुर