बाराबंकी। वरिष्ठ कथाकार व समीक्षक डॉ0 विनय दास को वर्ष 2024 के ‘मित्र स्मृति अवधी सम्मान‘ से सम्मानित किया जाएगा। लक्ष्मण प्रसाद मित्र सेवा संस्थान की इस घोषणा से साहित्यकारों व कवियों ने खुशी जाहिर करते हुए डॉ0 दास को बधाई दी। लक्ष्मण प्रसाद मित्र सेवा संस्थान के सचिव और अध्यक्ष अजय साहू ने बताया कि प्रख्यात अवधी कवि, नाटककार, साहित्यकार लक्ष्मण प्रसाद ‘मित्र’ की स्मृति में प्रतिवर्ष एक लेखक को ‘मित्र स्मृति अवधी सम्मान‘ स्वरूप 11 हजार सम्मानराशि, अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह प्रदान किया जाता है। वर्ष 2024 के ‘मित्र स्मृति अवधी सम्मान‘ के लिए चयन समिति द्वारा सर्व सम्मति से बाराबंकी जिले के निवासी प्रसिद्ध कथाकार, आलोचक, समीक्षक डॉ0 विनय दास का चयन किया गया है। यह सम्मान कवि ‘मित्र’ जी के जन्मदिवस पर आगामी 2 फरवरी 2024 को उ0प्र0 प्रेस क्लब हजरतगंज लखनऊ में प्रदान किया जाएगा।
इससे पूर्व यह सम्मान प्रो0 सूर्यप्रसाद दीक्षित, पद्मश्री विद्या बिन्दु सिंह, जगदीश पीयूष, विक्रम मणि त्रिपाठी (नेपाल), डॉ0 रमेश मंगल बाजपेयी और पं0 वंशीधर शुक्ल के पुत्र पं0 सत्यधर शुक्ल को प्रदान किया जा चुका है। एक दर्जन पुस्तकें लिख चुके हैं डा0 विनय दास: अवधी के प्रचार-प्रसार में साहित्यकार व समीक्षक डॉ0 विनय दास का महत्वपूर्ण योगदान है। कथाकार डॉ0 दास को हिंदी संस्थान द्वारा वर्ष 2013 में यशपाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उनकी अब तक एक दर्जन से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है।, जिनमें उपन्यास हगनहा ताल, कहानी संग्रह सही गलत के बीच आदि काफी चर्चा में रहीं। उन्होंने 9 पुस्तकों का संपादन भी किया है। डॉ0 दास कुशल समीक्षक के रूप में भी प्रसिद्ध है। उन्होंने परिप्रेक्ष्य को सही करते हुए, साहित्य संवाद, कहानी मीमांसा एवं उपन्यास में समय आदि समीक्षात्मक पुस्तकें लिखी है।