निष्पक्ष प्रतिदिन/बीकेटी, लखनऊ
सरकार व शासन ने नागरिकों की सुविधा के लिए सुलभ शौचालय व घर-घर शौचालय का निर्माण कराया है पर यह शौचालय अपने बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं। इससे नागरिकों ने इसका कड़ा विरोध जताया है।इटौंजा क्षेत्र के जन प्रतिनिधि व सुभान नगर गांव के नागरिकों ने बताया कि यहां के सुलभ शौचालय की दशा बद से बदतर है इस शौचालय में टाइल्स टूटी-फूटी पानी की टोटियों का अता पता तक नहीं तथा यहां पर व्याप्त गंदगी के कारण नागरिक सुलभ शौचालय जाना पसंद नहीं करते है। शासन व सरकार ने इन शौचायलयों के निर्माण में साढ़े सात लाख रुपए ब्यय किए हैं। इसके अलावा इसके रखरखाव के लिए कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है, पर इतना सब होते हुए भी यह सुलभ शौचालय अपनी दशा पर आंसू बहा रहे हैं।
विकासखंड क्षेत्र के कुनौरा ग्राम पंचायत का सुलभ शौचालय इससे भी गिरी दशा में है यहां भी टाइल्स टूटे-फूटे प्लास्टर उखड़ा हुआ पल्ले टूटे हुए तथा अन्य कमियों से यह शौचालय जूझ रहा है। नागरिकों का कहना है कि ऐसे शौचायलयों से क्या लाभ जहां नागरिकों को सुविधा मुहैया न हो|
घर-घर बने शौचायलयों के हालात खस्ता हाल है। यहां के शौचालयों के गड्ढे तक नहीं है, तो कहीं शौचालय में पल्ले नहीं है। कहीं शौचालय में सीटे तक नहीं है। जिससे यह शौचालय नागरिकों के लिए बेकार साबित हो रहे हैं। जब इस संबंध में खंड विकास अधिकारी बीकेटी से जानकारी की गई तो खंड विकास अधिकारी बीकेटी व पंचायत राज्य अधिकारी से जानकारी की गई तो उन्होंने मोबाइल उठाने की जरूरत नहीं समझी।