कोलकाता। विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A में अब तक सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है, लेकिन गठबंधन में शामिल दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है। पश्चिम बंगाल में सीटों के बंटवारे पर कांग्रेस और ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी आमने-सामने आ गई है।
बंगाल में सीट बंटवारे पर घमासान
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में सीट बंटवारे पर चर्चा में देरी के लिए कांग्रेस की आलोचना की है। उन्होंने कांग्रेस द्वारा 10 से 12 सीटों की मांग को अनुचित बताया है। बता दें कि टीएमसी ने कांग्रेस को केवल दो सीटें देने की बात कही है।
ममता बनर्जी ने बीरभूम जिले के नेताओं के साथ की बैठक
पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले बीरभूम जिले की पार्टी इकाई के साथ हुई संगठनात्मक बैठक के दौरान अपने रुख से अवगत कराया। उन्होंने पार्टी नेताओं से चुनाव के लिए तैयार रहने का आग्रह किया। साथ ही उन्होंने दोनों लोकसभा सीटों पर टीएमसी की जीत की आवश्यकता पर जोर दिया।
ममता बनर्जी ने पार्टी नेताओं को दिया निर्देश
टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता कहा, ‘हमारी पार्टी प्रमुख ने स्पष्ट रूप से कहा कि हमें कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग वार्ता के बारे में सोचने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने उन्हें दो सीटों का ऑफर दिया है, लेकिन कांग्रेस 10-12 सीटें चाहती है। ममता दीदी ने हमें जिले की दोनों सीटों पर लड़ने के लिए तैयार रहने को कहा है।’
अधीर रंजन चौधरी ने टीएमसी के रवैये पर उठाए सवाल
वहीं, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने टीएमसी के रवैये पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि वह बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी से सीटों के लिए भीख नहीं मांगेंगे। बताते चलें कि 2019 के लोकसभा चुनावो में टीएमसी को 22 सीटों पर जीत मिली थी, जबकि कांग्रेस ने दो सीटें जीतीं थी और भाजपा ने राज्य में 18 सीटें हासिल की थी।
पश्चिम बंगाल में है 42 लोकसभा सीटें
पार्टी सूत्रों ने खुलासा किया कि ममता बनर्जी ने जिला नेताओं से बीरभूम की दोनों संसदीय सीटें जीतने के लिए अकेले लड़ने के लिए तैयार रहने का आग्रह किया। बता दें कि पश्चिम बंगाल में 42 लोकसभा सीटें हैं।