बंगला में कहतें हैं, “खेला होबे”, मगही में कहतें हैं, “खेला होकतो”- पूर्व मुख्यमंत्री मांझी 

 पटना। बिहार में सियासी हलचल तेज है। नीतीश कुमार को लेकर अटकलबाजी का दौर भी जारी है। बीजेपी नेताओं का रुख नीतीश कुमार को लेकर नरम भी पड़ गया है। कुछ दिनों पहले तो बिहार बीजेपी के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने यहां तक कह दिया था कि नीतीश अगर बीजेपी में आएंगे तो उनका स्वागत है। वहीं, अमित शाह भी इस ओर इशारा कर चुके हैं। इस बीच मंगलवार को पटना में फिर से सियासी पारा हाई देखने को मिला।

दरअसल, नीतीश कुमार राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे। इसी दौरान उनके पुराने दोस्त और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के मुखिया जीतन राम मांझी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ‘खेला होबे’ लिख दिया। जीतन राम मांझी ने इस ओर इशारा किया कि बिहार में अब कभी भी बड़ा राजनीतिक उलटफेर देखने को मिल सकता है।

बिहार में होगा ‘खेला’

पूर्व मुख्यमंत्री मांझी ने एक्स पर लिखा- बंगला में कहतें हैं, “खेला होबे”, मगही में कहतें हैं, “खेला होकतो”, भोजपुरी में कहतें हैं, “खेला होखी”.. बाकी तो आप खुद ही समझदार हैं…

वहीं, कुछ दिन पहले मांझी ने एक्स पर लिखा था, “दिल्ली में रहने के बावजूद बिहार के वर्तमान राजनीतिक हालात पर मेरी नजर है। राज्य के राजनीतिक हालात को ध्यान में रखते हुए मैंने अपने सभी माननीय विधायकों को आगामी 25 जनवरी तक पटना में ही रहने का निर्देश दिया है। जो भी हो राज्यहित में होगा। जय बिहार…”

कहां से शुरू हुआ अटकलबाजी का दौर?

दरअसल, बीजेपी के दिग्गज नेता और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बीते दिनों एक अखबार को इंटरव्यू दिया था और उन्होंने नीतीश कुमार को लेकर बड़े संकेत दिए थे। एक अखबार को दिए इंटरव्यू में जब अमित शाह से पूछा गया कि पुराने साथी जो छोड़कर गए हैं नीतीश कुमार आदि अगर वापस आना चाहेंगे तो क्या उनके लिए रास्ते खुले हैं?

इसके जवाब में अमित शाह ने कहा कि जो और तो से राजनीति में बात नहीं होती है। किसी का प्रस्ताव होगा तो विचार किया जाएगा। शाह के इस बयान के बाद से प्रदेश में सियासी हलचल बढ़ गई है। हालांकि, महागठबंधन के नेताओं का यही कहना है कि आरजेडी (RJD) और जेडीयू (JDU) के बीच सबकुछ ठीक है।

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