बलिया। राज्य पोषण मिशन के अंतर्गत जिला पोषण समिति/अभिसरण समिति की बैठक जिलाधिकारी रवींद्र कुमार की अध्यक्षता में शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। इसमें आईसीडीएस के शून्य से पांच वर्ष के बच्चों को पोषाहार वितरण एवं विभागीय पोर्टल पर अपलोड करने के सम्बंध में, पोषण ट्रैकर पर होम विजिट परियोजना की स्थिति, पोषण ट्रैकर पर 0 से 6 वर्ष के बच्चों के सापेक्ष मापन क्षमता की स्थिति, एसएनबी और पोषण ट्रैकर पर आधार वेरीफिकेशन परियोजना की स्थिति आदि की बिंदुवार समीक्षा की गई। प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी केएम पांडेय ने बताया कि दिसंबर तक का ड्राई राशन सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को वितरण हो गया है। जिले में 17 लर्निंग लैब कंप्लीट हो चुके हैं, 75 और लर्निंग लैब बनाने का आदेश शासन स्तर से प्राप्त हुआ है। लाभार्थियों का मोबाइल वेरीफिकेशन और आंगनबाड़ी केंद्रों की मैपिंग कार्य पूरा हो चुका है।
जिलाधिकारी ने पोषण ट्रैकर पर एलजीडी कोड में नगरा और बैरिया के सीडीपीओ को सीआरओ से संपर्क करके डाटा फीड कराने का निर्देश दिया। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिया कि जिन विकासखंडों में आंगनबाड़ी केंद्र नहीं है उसका प्रस्ताव बनाकर निदेशालय को भेज दें। उन्होंने राष्ट्रीय पुनर्वास केंद्र में एडमिट सैम,मैम और अति कुपोषित बच्चों को पोषण युक्त खाद्य उपलब्ध करवाकर कुपोषण से बाहर निकालने का निर्देश दिया। वर्तमान में छः बच्चे राष्ट्रीय पुनर्वास केंद्र में एडमिट हैं।
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि सप्लीमेंट्री न्यूट्रिशन वितरण में हमारा प्रदेश में नंबर वन है। जिलाधिकारी ने इस मामले में पिछड़ने वाले व डाटा फीड न करने वाले सीडीपीओ को डाटा फीड कराने एवं जनपद के आंगनबाड़ी केंद्रों पर सीडीपीओ और मुख्य सेविकाओं के विजिट बढ़ाने के निर्देश दिए। कहा कि सभी लोग जिम्मेदारी के साथ आंगनबाड़ी केंद्रों का भ्रमण करना सुनिश्चित करें और इसे सहयोग एप पर अपलोड करे। इस बैठक में सीडीओ ओजस्वी राज, मुख्य चिकित्सा अधिकारी विजय पति द्विवेद्वी, डीपीएम आरबी यादव सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।