चिन्हित दम्पति को परिवार नियोजन के प्रति किया जायेगा जागरूक
बलिया। जिले के सभी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों , यूपीएचसी और सब सेंटर के साथ ही जिला महिला चिकित्सालय में खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन इस बार 23 जनवरी को किया जायेगा। इसके तहत विविध कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे और परिवार नियोजन को लेकर लाभार्थियों को परामर्श और सेवाएं दी जाएंगी। खुशहाल परिवार दिवस हर माह की 21 तारीख़ को मनाया जाता है, लेकिन इस बार 21 तारीख को रविवार और 22 को सार्वजनिक अवकाश होने के कारण इस बार इसे 23 जनवरी को मनाया जायेगा। यह जानकारी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी/परिवार कल्याण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ.आनन्द कुमार ने दी।
नोडल अधिकारी ने बताया कि समुदाय में परिवार नियोजन को लेकर जागरूकता बढ़ाने के मकसद से आयोजित इस कार्यक्रम में चिन्हित दम्पति को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक किया जायेगा। बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य मुख्य रूप से नव-विवाहित दम्पति , जटिल गर्भावस्था की प्रसूताएँ तथा एक या दो से अधिक बच्चों वाले योग्य दम्पति को परिवार नियोजन के साधनों से अवगत कराना और उन्हें यह उपलब्ध कराना है। कार्यक्रम से पहले ऐसी महिलाओं को चिन्हित किया जाता है, जिनमें गर्भावस्था के दौरान जटिलताएं रहीं हैं । चिन्हित महिलाओं और नव-विवाहित दंपति को परामर्श भी दिया जाता है, जो उन्हें परिवार नियोजन अपनाने में सहायक होता है।
जटिल गर्भावस्था की प्रसूताओं को जोखिम से बचाने के लिए परिवार नियोजन के साधनों से जोड़ना बहुत ही आवश्यक है।नव-विवाहित दम्पति को परिवार नियोजन के साधनों के बारे में बास्केट ऑफ़ च्वाइस के माध्यम से जानकारी दी जाती है। आशा कार्यकर्ता इसके लिए परामर्श सेवाएं भी दे रही हैं। डॉ.आनन्द ने बताया कि परिवार नियोजन के अस्थाई साधन का उपयोग कर दो बच्चों के बीच के अंतर को बरकरार रखा जा सकता है। दो बच्चों के जन्म के बीच सुरक्षित तीन वर्ष का अंतर मां और शिशु, दोनों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि महिलाओं और पुरुषों दोनों को परिवार नियोजन संबंधी योजनाओं की जानकारी होना बेहद जरूरी है। परिवार नियोजन महिला और उसके बच्चे को कुपोषण से तो बचाता ही है साथ ही इसे अपनाकर मातृ व शिशु मृत्यु दर को काफी हद तक कम किया जा सकता है।