नई दिल्ली। पंजाब के नवांशहर में न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस रहा। राजधानी में जरूर न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी हुई। कोहरा कम होने से विमानों के उड़ानों में थोड़ा सुधार हुआ। ट्रेनें अब भी विलंब से चल रही हैं। दिल्ली आने वाली 20 ट्रेनें पांच घंटे तक की देरी से पहुंचीं।
कुछ राज्यों में कोहरे में आई कमी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, उत्तरी मध्य प्रदेश और दिल्ली में कोहरे में कमी आई है। पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्सों में घना कोहरा छाया हुआ है। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास दृश्यता केवल 200 मीटर तक सीमित थी।
पांच दिन रहेगा घना कोहरा
आइएमडी ने कहा कि अगले पांच दिनों तक उत्तर भारत में बहुत घने कोहरे की स्थिति बनी रहने की संभावना है। बीते पांच दिनों से लगातार शीतलहर की चपेट में रही दिल्ली में बुधवार को न्यूनतम तापमान में लगभग दो डिग्री की बढ़ोतरी देखने को मिली, जो 5.7 डिग्री दर्ज किया गया है। यह सामान्य से दो डिग्री कम है। उप्र के ज्यादातर जिलों में कोहरा का असर अधिक नहीं रहा, लेकिन धुंध से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मऊ में हल्की बूंदाबांदी हुई।
ट्रेनों और उड़ानों पर असर जारी
कोहरे के कारण ट्रेनों और उड़ानों पर असर जारी रहा। कई ट्रेनें घंटों विलंब से चल रही हैं। कई उड़ानें भी निरस्त करनी पड़ी हैं। मेरठ का न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। कानपुर और पास के जिलों में बर्फीली हवा के बीच सूर्यदेव भी गर्माहट का अहसास नहीं करा सके। हरियाणा में करनाल का न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
कोहरे के कारण हुए हादसे
सुबह घनी धुंध छाने के कारण वाहन चालकों को खासी परेशानी हुई। इस वजह से जींद में हुए हादसों में चार की मौत हो गई। कैथल में ट्रक पलटने से आठ मवेशियों की मौत हुई। पंजाब में कोहरे और ठंड जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित है। 22 साल में पहली बार हुआ है कि नए वर्ष पर लगातार दो सप्ताह से अधिक समय तक राज्य में घना कोहरा पड़ रहा है।
चारधाम, औली और हेमकुंड साहिब में बर्फबारी
उत्तराखंड में मौसम ने करवट बदली है। बुधवार को बदरीनाथ, केदानाथ, यमुनोत्री एवं गंगोत्री के साथ ही औली एवं हेमकुंड साहिब में बर्फबारी हुई। इससे पहाड़ों में ठंड बढ़ गई है। रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़ के निचले क्षेत्रों में दिनभर बादल छाये रहे। इससे अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई।