नई दिल्ली: पूर्व राष्ट्रपति दिवंगत प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने सोमवार (15 जनवरी) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. उन्होंने पीएम मोदी को इस दौरान अपनी किताब ‘प्रणब माई फादर: ए डॉटर रिमेम्बर्स’ की एक कॉपी दी. इसके बाद अटकलें लगाई जाने लगी कि शर्मिष्ठा मुखर्जी बीजेपी में शामिल हो सकती हैं. इसको लेकर उन्होंने खुद जवाब दिया है.
शर्मिष्ठा मुखर्जी से सोशल मीडिया एक्स पर सवाल किया गया कि क्या आप बीजेपी में शामिल होंगी? इसपर उन्होंने कहा, ”नहीं, मैं शामिल नहीं हो रही. मैंने राजनीति छोड़ दी है. ऐसे में मुझे बीजेपी या किसी दूसरी पार्टी में शामिल होने में कोई दिलचस्पी नहीं है. लेकिन जो लोग अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा से परे नहीं देख सकते हैं वो सोचते हैं कि राज्यसभा या लोकसभा सीट निर्वाण पाने का रास्ता है. ऐसे लोग जाहिर तौर पर मुझपर विश्वास नहीं करेंगे.”
पीएम मोदी और शर्मिष्ठा मुखर्जी ने मुलाकात को लेकर क्या कहा था?
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने पीएम मोदी से मुलाकात के बाद कहा था, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें ‘प्रणब माई फादर: ए डॉटर रिमेम्बर्स’ की एक प्रति भेंट की. वह हमेशा की तरह मेरे प्रति दयालु थे और बाबा (प्रणब मुखर्जी) के लिए उनका सम्मान कम नहीं हुआ है. धन्यवाद सर.’’
वहीं पीएम मोदी ने कहा था, ”शर्मिष्ठा आपसे मिलकर और प्रणब बाबू (प्रणब मुखर्जी) के साथ यादगार बातचीत को याद करके हमेशा खुशी होती है. उनकी महानता और बुद्धिमत्ता आपकी पुस्तक में स्पष्ट रूप से दिखाई देती है.”
क्या दावा किया है?
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने किताब ‘प्रणब माई फादर: ए डॉटर रिमेम्बर्स’में दावा किया कि उनके पिता उनसे कहते थे कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी सवाल तो बहुत करते हैं, लेकिन उनमें परिपक्वता की कमी है.
मुखर्जी ने बुक में कहा कि उनके पिता ने बताया था कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में उनका कार्यकाल सबसे अच्छा था.