अब न्याय के लिए दर दर भटक रहा पीड़ित
पुलिस ने भी तीन घंटे हवालात में रखा बंद
कुवरगांव । मुख्यमंत्री पोर्टल को अधिकारियों ने एक मजाक बनाकर रख दिया है पुलिस विभाग से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों में जनसुनवाई पोर्टल पर रिपोर्ट लगाकर वाहवाही लूटने के लिए होड़ मची हुई है ।इसका बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है कि समस्या का समाधान हुआ है या नहीं ।तमाम मामलों में समस्या जस की तस बनी रहती है और जनसुनवाई पोर्टल पर झूठी रिपोर्ट लगाकर वाहवाही लूट ली जाती है ।
ताजा मामला कुवरगांव थाना क्षेत्र के गांव कुआं डांडा का है जहां निवासी ज्ञानेंद्र पुत्र उमेश का अपने भाई से जमीन बटवारे को लेकर विवाद चल रहा है।भाई जमीन और मकान में हिस्सा नहीं दे रहा है ।आठ दिसंबर को ज्ञानेंद्र ने आईजीआरएस के माध्यम से शिकायत की थी कि उसकी जमीन पर एक महीने से कब्जा कर लिया गया है पीड़ित जल्द से जल्द कब्जा हटवाना चाहता है।इस दौरान हल्का लेखपाल ने 4 जनवरी को आईजीआरएस पर शिकायत का निस्तारण कर जांच आख्या लगा दी कि दोनों पक्षों के बीच जमीन बंटवारे को लेकर विवाद था उसका दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से समझौता कर लिया है अब कोई शिकायत नहीं है लेखपाल ने पुलिस बल को भी अपने साथ दिखाया । और जांच आख्या में प्रथम गवाह ज्ञानेंद्र को ही बनाया जबकि वह स्वयं शिकायतकर्ता है द्वितीय गवाह ग्राम प्रधान नेत्रपाल को बनाया जबकि जानकारी करने पर पता चला कि ग्राम प्रधान समझौते के समय न तो मौके पर थे और न ही लेखपाल ने प्रधान से फोन पर बात की थी ।
पीड़ित लगातार थाने के चक्कर काट रहा है । सोमवार को ज्ञानेंद्र जब जमीन बांटने चला तो भाइयों ने उसको पीटकर घायल कर दिया खून से लथपथ जब शिकायत करने थाने पहुंचा तो उसकी रिपोर्ट नहीं लिखी गई उल्टा तीन घंटे हवालात में उसको ही बंद कर दिया गया इस दौरान बच्चों के साथ थाने पहुंची पत्नी निशा हल्का दरोगा से पति का इलाज कराने की मिन्नत करती रही आरोप है कि दरोगा ने पत्नी को भी हवालात में बंद करने की धमकी दे डाली ।अब पीड़ित परेशान है वह न्याय के लिए इधर उधर चक्कर काट रहा है ।
इस संबंध में हल्का लेखपाल ब्रजेश यादव से जानकारी ली तो वह भड़कने लगे कोई संतोषजनक जबाब नहीं दे पाए