नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा विवाद के बीच सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने रविवार को कहा कि भारतीय सेना अपनी सीमाओं पर पूरी तरह से मुस्तैद है और हर कीमत पर देश की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए तैयार है।
किसी भी खतरे का मुकाबला करने के लिए सेना प्रतिबद्धः सेना प्रमुख
सेना दिवस की पूर्व संध्या पर उन्होंने कहा कि भारतीय सेना किसी भी सुरक्षा खतरा का मुकाबला करने के लिए अटूट संकल्प और प्रतिबद्धता के साथ तैयार है। मालूम हो कि सेना प्रमुख का यह बयान चीन के साथ पूर्वी लद्दाख में तीन साल से जारी गतिरोध के बीच आया है। सेना का हर एक जवान सुरक्षा की दृष्टि से देश के लिए किसी भी खतरे का मुकाबला करने के लिए एक अटूट संकल्प के साथ पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
अपनी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए हर कीमत पर तैयारः जनरल पांडे
अपने एक संदेश में उन्होंने कहा कि हम सीमाओं पर मजबूत रुख बनाए हुए हैं और हर कीमत पर अपनी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए तैयार हैं। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा कि भारतीय सेना अन्य सुरक्षा बलों के साथ मिलकर पेशेवर दृष्टिकोण के साथ जम्मू-कश्मीर में छद्म युद्ध से निपट रही है।
लखनऊ में आयोजित होगी सेना दिवस परेड
इस बार का सेना दिवस परेड सोमवार को लखनऊ में आयोजित होगी। मालूम हो कि सेना दिवस हर साल 15 जनवरी को पहले भारतीय कमांडर इन चीफ थल सेना फील्ड मार्शल केएम करियप्पा की उपलब्धियों की याद में मनाया जाता है। के एम करियप्पा ने 1949 में अंतिम ब्रिटिश कमांडर-इन-चीफ जनरल फैंसिस रॉय बुचर से भारतीय सेना की कमान संभाली थी, और स्वतंत्रता के बाद भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ बने थे।