Ram Mandir: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (MRM) ने शनिवार (14 जनवरी) को दावा किया कि देश के अधिकतर मुसलमानों का मानना है कि भगवान राम सभी के हैं और उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के पक्ष में अपनी राय दी है.
गुजरात के एक धर्मार्थ ट्रस्ट के सहयोग से किए गए सर्वेक्षण के निष्कर्षों का हवाला देते हुए, एमआरएम ने दावा किया कि अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्य चाहते हैं कि तथाकथित उलेमा, मौलाना और विपक्षी नेता जो इस्लाम के नाम पर राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं, उनका पूर्ण बहिष्कार किया जाना चाहिए.
आरएसएस के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार की अगुवाई वाले एमआरएम ने सर्वेक्षण रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि 74 प्रतिशत मुस्लिम अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण से खुश हैं. यही नहीं सर्वेक्षण में 72 फीसदी मुसलमानों ने मोदी सरकार के पक्ष में खुलकर अपनी राय दी है. इसके अलावा इस सर्वेक्षण में 26 प्रतिशत मुसलमान ऐसे थे जिन्होंने मोदी सरकार पर कोई भरोसा नहीं जताया और उनके ऊपर धार्मिक कट्टरता के आरोप लगाए.
10 हजार से ज्यादा मुस्लिम हुए सर्वेक्षण में शामिल
एमआरएम ने आगे कहा, “मोदी पर भरोसा न जताने वालों का मानना है कि राम आस्था का सवाल हैं लेकिन उन्हें नहीं लगता कि वे कभी राम मंदिर जाएंगे और न ही उन्हें मोदी सरकार पर बिल्कुल भी भरोसा है.’’
एमआरएम ने बाद में बताया, ‘आयुर्वेद फाउंडेशन चैरिटेबल ट्रस्ट’ की ओर से ‘राम जन सर्वेक्षण’ के तहत दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, असम और पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में 10,000 लोगों ने हिस्सा लिया.”
मंदिर के उद्घाटन के बाद निकालेंगे पदयात्रा
पिछले हफ्ते एमआरएम ने अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर के उद्घाटन के बाद मंदिर के दर्शन के लिए अयोध्या की यात्रा करेंगे. यह एक पदयात्रा (पैदल मार्च) होगी. इस कार्यक्रम के को लेकर एमआरएम के राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य और प्रवक्ता शाहिद सईद ने कहा था, “विभिन्न राज्यों के लगभग 50 जिलों से मुस्लिम समुदाय के सदस्य अयोध्या में राम मंदिर का दौरा करने के लिए तैयार हैं. इनमें से ज्यादातर कार, बाइक और साइकिल से आएंगे. इस पैदल मार्च से धार्मिक सौहार्द और मजबूत होगा. ये सभी 23 जनवरी के बाद अयोध्या पहुंचेंगे.