सूरजपुर: सूरजपुर जिले के नगर पंचायत बिश्रामपुर क्षेत्र के एक आवासीय क्वार्टर में अज्ञात चोरों ने धावा बोल दिया. चोरों ने मौके से सोने के कंगन, मंगलसूत्र, चेन, अंगूठी और झुमका सहित लगभग आठ लाख रुपए के जेवरातों पर हाथ साफ कर दिया. मामले में पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ धारा 380 और 457 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. जानकारी के मुताबिक लाखों रुपये की चोरी के मामले में जिला बाल संरक्षण इकाई में लिपिक के पद पर पदस्थ वरुण प्रकाश सैंदाणे (40) के घर में चोर घुस गए. बीते दिनों 10 जनवरी को प्रार्थी अपने क्वार्टर में ताला बंद कर अधिकारी के साथ अम्बिकापुर गए हुए थे.
चोरी की इस वारदात का खुलासा उस समय हुआ जब पीड़ित लिपिक के एक दोस्त ने उन्हें फोन पर सूचना दी. क्वार्टर में लाइट जलाने के बाद वह बाजार की ओर चले गए और जब लौटे तो देखा कि घर का ताला टूटा हुआ है. पीड़ित वरुण प्रकाश सैंदाणे के दोस्त ने चोरी के संबंध में बताया कि अलमारी भी खुली हुई है. वरुण को जब उनके दोस्त ने वीडियो कॉल के माध्मय से यह पूरा नजारा दिखाया तो उनके होश उड़ गए, उन्होंने इसकी जानकारी फौरन अपने परिजनों की दी.
मौके पर पहुंचे वरण के परिजनों ने जब सामान की तलाशी ली तो पाया कि अलमारी में रखे कुल साढ़े सात तोले के सोने के जेवरात की चोरी हुई है. जिसमें 6 नग सोने के कंगन, 2 सोने के मंगल सूत्र, 3 सोने की चेन, 2 सोने की अंगूठी, 3 सोने के झुमके और गुल्लक में रखे सिक्कों के कलेक्शन शामिल हैं.
पहले भी पीड़ित के घर हो चुकी है चोरी
पीड़ित वरुण प्रकाश ने पुलिस को बताया कि वह अपने क्वार्टर में ताला लगाकर अम्बिकापुर जाने के पहले चाबी बस स्टैंड स्थित चौरसिया स्टोर के संचालक अजय चौरसिया के पास छोड़ गए थे. उन्होंने शाम को अपने मित्र से स्टोर संचालक से चाबी लेकर लाइट जलाने को कहा था. चोर सोने के जेवरातों के साथ डिब्बे में रखे संबंधित बिल भी ले गए. वरुण प्रकाश ने बताया, “वे मूल रूप से महाराष्ट्र के रहने वाले हैं और उसके पिता पूर्व में एसईसीएल में कार्यरत थे, जो कि अब रिटायर हो चुके हैं. उनके माता-पिता पिछले लगभग दो महीने से महाराष्ट्र गये हुए हैं. इसी बीच यह घटना हो गई.” उन्होंने बताया, ‘इसके पहले साल 2013 में उनके इसी घर में चोरों ने धावा बोलकर लैपटॉप और चांदी के जेवरात चोरी कर लिए थे. उस मामले में शिकायत के बावजूद पुलिस के हाथ खाली हैं.’
‘चोरों पर नकेल कसने में नाकाम पुलिस’
नागरिकों का कहना है कि क्षेत्र में चोर पहले एसईसीएल के कबाड़ों पर हाथ साफ करते थे अब तो उनका हौसला इतना बढ़ गया है कि वे लोगों के घरों में दबिश देकर लाखों रुपये के सामानों पर हाथ साथ कर रहे हैं. चोर पुलिस को लगातार चुनौती दे रहे हैं, बावजूद इसके पुलिस प्रशासन इन चोरों पर नकेल कसने में नाकाम रहा है. पूर्व में भी क्षेत्र में हुए कई चोरी के मामलों में अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं. नागरिकों का कहना है कि पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी रात्रि गश्त के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करती है, जिसके कारण पूरी रात चोर घूमते रहते हैं और रेकी करने के बाद घटना को अंजाम देते हैं.
ब्रांडेड कंपनी का लॉकर भी नहीं आया काम
पूर्व में हुई चोरी की घटना के बाद पीड़ित वरुण प्रकाश काफी सतर्कता बरत रहे थे. उन्होंने अपने घर में सोने-चांदी के जेवरातों सहित अन्य कीमती सामानों को रखने के लिए ब्रांडेड कंपनी की अलमारी खरीदी थी, वह कीमती सामानों को इसी आलमारी में रखते थे. हालांकि शातिर चोरों के सामने यह भी नहीं टिक सकी और चोरों ने उसे भी तोड़ दिया. प्रार्थी का कहना है कि चोर बहुत शातिर हैं. अलमारी में जो लॉकर था वह बहुत ब्रांडेड कंपनी का था और बहुत मजबूत था. बावजूद इसके चोर इसको तोड़ने में सफल रहे.
पुलिस ने दिखाई मामूली चोरी
चोरी की इस घटना के संबंध में पीड़ित वरुण प्रसाद ने बताया “अलमारी में सोने के कंगन, मंगलसूत्र, चेन, अंगूठी और झुमके रखे हुए थे, जो कि करीब सात-आठ लाख रुपये के थे. चोर सोने के जेवरात के साथ डिब्बे में रखा बिल भी अपने साथ ले गए. जिसके कारण वह पुलिस के समक्ष चोरी हुए सोने के सामानों का बिल प्रस्तुत नहीं कर सके. इस वजह से पुलिस ने महज 1 लाख 20 हजार रुपये की चोरी की शिकायत दर्ज की है, जबकि सात-आठ लाख रुपये के जेवरातों की चोरी हुई है. उन्होंने बताया कि यह जेवरात उन्होंने कई साल पहले महाराष्ट्र से खरीदे थे. चूंकि उस समय मैनुअल बिल बनने के कारण वह दूसरा बिल भी प्रस्तुत नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने मांग की है कि पुलिस उनके घर से चोरी हुए पूरे जेवरातों का मामला दर्ज कर चोरों को जल्द गिरफ्तार करे.