सारठ (देवघर)। सांसद निशिकांत दुबे ने कहा है कि राज्य सरकार अब दिन गिन रही है। गिट्टी, बालू, पत्थर, कोयला बेचते-बेचते हेमंत सोरेन ने सीट भी खरीदना-बेचना शुरू कर दिया। लेकिन, चुनाव आयोग किसी के दबाव में आने वाला नहीं है। गांडेय विधानसभा में उपचुनाव नहीं होने पर एक बड़ा सदमा इन लोगों को लगने वाला है। उच्च न्यायालय में सोमवार को एक मामले का फैसला आने वाला है।
उन्होंने कहा कि किसी भी सीट के लिए चुनाव होने के बाद से एक साल जोड़ा जाता है, लेकिन केवल निजी स्वार्थ और अपनी पत्नी के लिए जबरदस्ती सीट खाली कराना गांडेय की जनता के साथ बड़ा धोखा है। यह संविधान के साथ खिलवाड़ है। भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबी यह सरकार कुछ ही दिनों की मेहमान है।
एक साल से कम समय बचेगा
चुनाव आयोग ने राज्यपाल को बंद लिफाफा भेजा है। हेमंत सोरेन को अंदेशा हो गया है कि उनकी सदस्यता अब जाने वाली है। दूसरा अंदेशा यह है कि अगर बंद लिफाफा पांच जनवरी के बाद खुलता है और एक साल से कम समय बचेगा तो उपचुनाव नहीं होगा। सांसद ने कहा कि झारखंड के महाधिवक्ता मुख्यमंत्री को बरगला रहे हैं। उनको कानून की कोई जानकारी नहीं है। एडवोकेट जनरल पर ही अगली जांच होने वाली है। उसने किस तरह राज्य का पैसा बर्बाद किया है।