हरिद्वार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि रामभक्तों पर गोली चलाने वाले न तो मंदिर बना पाते, न धारा 370 हटा पाते और न ही तीन तलाक हटा पाते। उन्होंने कहा कि यह खुशी आपको मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के अलावा कोई और दे सकता था। यह बात उन्होंने पतंजलि गुरुकुलम शिलान्यास के मौके पर कही।
सीएम ने लोगों से सवाल पूछते कहा कि आप सभी बताइये कि अयोध्या में राम मंदिर बनने की आपको कितनी खुशी है? आप सभी की यह ऊर्जा देखकर मैं, कह सकता हूँ कि आज हर भारतवासी की खुशी का ठिकाना नहीं है।
बन रहा भगवान राम का भव्य मंदिर
सीएम धामी ने कहा कि भगवान राम का भव्य और दिव्य मंदिर बन रहा है, जिसके साक्षी हम सभी 22 जनवरी को बनेंगे। कहा कि काशी में बाबा विश्वनाथ मंदिर के भव्य कॉरिडोर का बनना, उज्जैन में महाकाल लोक कॉरिडोर का बनना, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम का सौंदर्यीकरण होना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि आज हमारे मंदिरों का ही नहीं बल्कि हमारी संस्कृति का भी संरक्षण और संवर्धन हो रहा है।
उत्तराखंड में लिए गए कठोर निर्णय
सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड में विगत ढाई वर्षों में कुछ ऐसे महत्वपूर्ण और कठोर निर्णय लिए हैं, जो विगत 23 वर्षों में नहीं लिए गए थे। हमने एक ओर जहां उत्तराखंड में देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून लागू किया, वहीं धर्मांतरण रोकने के लिए भी कानून बनाया। हमने देवभूमि में पहली बार लैंड जिहाद के खिलाफ कठोर कदम उठाए। इसके अलावा उत्तराखंड बनने के 23 वर्षों में पहली बार भ्रष्टाचारियों पर कड़ी कार्रवाई की गई।
यूसीसी लागू करने की तैयारी
सीएम धामी ने कहा कि मातृशक्ति को मजबूत करने के लिए प्रदेश की महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था भी हमने सुनिश्चित की। अब हम देवभूमि में समान नागरिक आचार संहिता को भी लागू करने की तैयारी कर रहे हैं। साथ ही श्रेष्ठ उत्तराखंड निर्माण के अपने ’’विकल्प रहित संकल्प’’ को पूर्ण करने हेतु निरंतर कार्य करते रहेंगे।
धामी हुए यादव के मुरीद
सीएम धामी ने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव उन नेताओं में से हैं जो हमेशा जनता के सरोकारों से जमीनीं स्तर पर जुड़े रहे हैं। कहा कि जब से मैंने सोशल मीडिया में मोहन यादव की तलवारबाजी देखी है, तब से मैं, इनके इस गुण का भी मुरीद हो गया हूं। कहा कि प्राचीन गुरुकुल परंपरा को पुर्नजीर्वित करने का श्रेय यदि किसी को जाता है तो वो महर्षि दयानंद सरस्वती और प्राचीन गुरूकुल के संस्थापक स्वामी दर्शनानंद हैं।
व्यक्ति निर्माण से ही राष्ट्र निर्माण संभव
सीएम धामी ने कहा कि स्वामी रामदेव ने जिस प्रकार पतंजलि योगपीठ के माध्यम से विश्व में योग और आयुर्वेद का प्रचार-प्रसार किया है, उसी प्रकार पतंजलि गुरूकुलम भी शिक्षा के क्षेत्र में अवश्य ही क्रांतिकारी बदलाव का द्योतक बनेगा। कहा कि जिस प्रकार महर्षि दधीचि के तप का उपयोग कर वज्र का निर्माण हुआ था, उसी प्रकार स्वामी रामदेव अपने संघर्ष और तप से योग, प्रणायाम, आध्यात्म व स्वदेशी चिंतन के साथ ही अब भारतीय शिक्षा की पताका को पूरे विश्व में फहरा रहे हैं।
रामदेव के नेतृत्व में शिक्षा और संस्कार दोनों मिलेंगे
सीएम धामी ने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि स्वामी रामदेव के मार्गदर्शन में गुरुकुलम में बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ वो संस्कार भी मिलेंगे, जिससे वे एक आदर्श नागरिक के रूप में समाज जीवन में अपना योगदान दे सकेंगे। कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि भविष्य में पतंजलि गुुरुकुलम् रूपी गंगोत्री से निकले छात्र भारतीय शिक्षा पद्धति की धर्म ध्वजा को चारों ओर फहराने का कार्य करेंगे। कहा कि मेरा मानना है कि ’’व्यक्ति निर्माण से ही राष्ट्र निर्माण’’ संभव है और पतंजलि गुरुकुलम का शिलान्यास इस उद्देश्य को सार्थक करेगा।
सीएम ने दिया सुझाव
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रामदेव को एक सुझाव देना चाहता देते हुए कहा कि यहां के विद्यार्थियों के लिए एनसीसी भी अनिवार्य हो जाए, जिससे हमारी ’’शास्त्रज्ञान’’ के साथ ’’शस्त्रज्ञान’’ की प्राचीन परंपरा को बल मिल मिल रहा है।