नई दिल्ली। हिंदू धर्म में शनि देव को न्याय का देवता कहकर संबोधित किया जाता है, क्योंकि वह व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार, परिणाम देते हैं। वहीं, शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित माना गया है। आज हम कुछ ऐसे लोगों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें शनिदेव का क्रोध झेलना पड़ता है। ऐसे में यदि आप भी इन बुरी आदतों का शिकार हैं तो इसमें आज ही बदलाव लाने की जरूरत है।
ये लोग होते हैं शनि प्रकोप का शिकार
जो लोग कभी मंदिर नहीं जाते और देवी-देवताओं का अपमान करते हैं।
जो लोग अपने माता-पिता, बड़े-बुजुर्गों और महिलाओं का सम्मान नहीं करते या उनका अपमान करते हैं।
जो लोग हमेशा दूसरों का अहित सोचते हैं या फिर दूसरों को धोखा देते हैं।
जो लोग हमेशा मजबूर और असहाय लोगों का मजाक उड़ाते हैं।
बेजुबान जानवरों को तंग करने वाले लोगों को भी शनिदेव के क्रोध का सामना करना पड़ता है।
जो लोग जानबूझकर किसी के पैसे नहीं लौटाते उन्हें भी शनिदेव का प्रकोप झेलना पड़ता है।
जो लोग गंदी में रहना पसंद करते हैं या फिर आलसी होते हैं।
जो लोग जुआ-सट्टा खेलते हैं और मास-मदिरा आदि का सेवन करते हैं।
करें ये उपाय
अगर आप शनि देव की क्रूर दृष्टि से बचना चाहते हैं तो इसके लिए उपरोक्त कार्यों के छोड़ दें। इसके साथ ही अपनी क्षमता के अनुसार, गरीबों और ज़रुरतमंद लोगों की सहायता करें। ऐसा करने से आपको शनि देव की विशेष कृपा प्राप्त हो सकती है। इसके साथ ही पीपल के वृक्ष में जल अर्पित करें और हर शनिवार को पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। यह भी माना गया है कि हनुमान जी की पूजा करने से शनि देव के प्रकोप से बचा जा सकता है।