संयुक्त विकास आयुक्त की जाँच में उजागर हुए भ्रष्टाचार को लेकर प्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी

अमेठी | प्रकरण जनपद की ग्राम पंचायत टांडा वारिस गंज जगदीश पुर से जुड़ा है, जहाँ संयुक्त विकास आयुक्त अयोध्या द्वारा विगत वर्ष के आखिरी माह में की गई जाँच में प्रधान पर पचासों लाख के ऊपर का भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। जिसे लेकर डीएम राकेश कुमार मिश्र द्वारा सम्बन्धित प्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी कर दी गई है |
बताते चलें कि जाँच में –मेंसर्स एसके इंटरप्राइजेज एंड डेयरी को फर्जी बिल बाउचर के आधार पर अलग-अलग वित्तीय वर्षों में किया एक करोड़ इकत्तीस लाख एक हजार नौ सौ चौहत्तर रूपए का भुगतान किया गया है। इस मामले में संयुक्त विकास आयुक्त अयोध्या मंडल अरविंद चन्द्र जैन ने अमेठी के विकास खंड जगदीशपुर के ग्राम सभा टांडा वारिसगंज की जांच कराई तब भ्रष्टाचार की पोल परत दर परत खुल गई। जगदीशपुर न्याय पंचायत में तब हड़कंप मच गया, जब पता चला की टांडा ग्राम प्रधान ने पचासों लाख के ऊपर भ्रष्टाचार किया है। इमानदारी और शिक्षित होने के ढोंग का दुशाला सर से उतर गया ,ग्राम सभा में भारी भ्रष्टाचार पाये जाने पर अपर आयुक्त अयोध्या मंडल अरविंद चन्द्र जैन ने जल्द पंचायतीराज अधिकारियों से गहनता से जांच कर रिपोर्ट मांगी थी ।जांच के उपरांत अधिकारीयों ने भारी फर्जीवाड़ा अनियमित्ता पचासों लाख के ऊपर भ्रष्टाचार कि रिपोर्ट सौंपी। जिस पर जिलामजिस्ट्रेट अमेठी ने 13/12/2023 को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
जिसकी चर्चा ग्रामीणों में और ज़िले में बड़ी जोर-शोर से हैं इस चर्चा की छान बीन के दौरान प्रधान प्रतिनिधि के बारे में लोगों का कहना है कि प्रधान प्रतिनिधि अब्दुल रशीद अपने ही ग्राम सभा टांडा के जूनियर हाई स्कूल मे 10 वर्षों से अध्यापक हैं। 2015 में अपनी पत्नी को चुनाव लड़ाया था लेकिन वह चुनाव हार गई 2020-21मे फिर अपनी पत्नी को चुनाव लड़ाया तब वह चुनाव जीत गई । अब्दुल रशीद अपनी पत्नी के प्रधानी का पूरा कार्यभार देखते हैं। तो ऐसे में उस स्कूल के बच्चों का क्या हाल होगा जिसमें यह अध्यापक हैं। गौरतलब हो कि पंचायत राज विभाग की जांच में आई है खामियों पर नजर डाले तो —-

  1. स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) योजना अंतर्गत आरसीसी निर्माण हेतु 2 अगस्त 2022 को क्रेडिट लिमिट एलोकेट कर दिये जाने के बावजूद 1 वर्ष से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी निर्माण कार्य पूरा नहीं कराया।
  2. पंचायत भवन परिसर में राष्ट्रीय चिन्ह की स्थापना के कार्य को दो भागों में बांट कर 5 लाख से कम की दो परियोजना में परिवर्तित कर वित्त आयोग के दिशा निर्देशों का उल्लघंन करना एवं कार्य में टेंडर प्रक्रिया का नियमानुसार पालन न करना

3.कराये गये कार्यों के उपलब्ध कराएं गए व्यय बाउचरो में तारीख़ का अंकन व फर्म प्रोपराइटर के हस्ताक्षर नहीं पाया जाना एवं फर्जी व्यय बाउचर के आधार पर 2022-23 मे ग्राम पंचायत के खाते से 5156487 रुपए का भुगतान मेसर्स एस के इंटरप्राइजेज एंड डेयरी को कर लिया गया।

  1. पत्रावली में रक्षित मास्टर रोलो पर मजदूरों के नाम व ग्राम पंचायत सचिव व प्रधान के हस्ताक्षर नहीं पाया गया।
  2. मेंसर्स एसके इंटरप्राइजेज एंड डेयरी को एक वित्तीय वर्ष में मुo 5155487 का किये गये भुगतान में टी डी एस की कटौती नहीं की गई।
  3. एक ही बिल पर अंकित धनराशि का भुगतान कई हिस्सों में किया जाना।
  4. खड़ंजा में बड़कऊ के घर तक खरंजा निर्माण कार्य आईo डीo संख्या 66414619 एवं सोलिंग निर्माण कार्य तेली के घर से रेलवे बार्डर तक आई डी संख्या 63063307 पर बिना बिल बाउचर भुगतान कर लिया जाना।

इस प्रकार फर्जी अभिलेख तैयार कर त्रुटि पूर्ण धन का बंदर बांट व पद के निर्वहन दुरूपयोग की चूक पाई गई है जिसे लेकर जिला मजिस्ट्रेट अमेठी ने नियत तारीख पर कारण बताओं नोटिस जारी किया है।

Related Articles

Back to top button