हैदराबाद। अयोध्या राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का दिन काफी नजदीक है। इसी बीच, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मुस्लिम समुदाय के युवाओं से अपील की है।
दरअसल, एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने युवाओं से कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र द्वारा की जा रही गतिविधियों से सावधान रहना होगा और मस्जिद देश में आबाद रहना चाहिए। ओवैसी ने यह वीडियो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट की है।
युवाओं से ओवैसी ने की खास अपील
बाबरी मस्जिद को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जिस जगह पर पिछले 500 सालों से पवित्र कुरान पढ़ी जाती थी, वह जगह अब उनके हाथ में नहीं है। औवेसी ने भवानी नगर में एक कार्यक्रम में कहा, “युवाओं, मैं आपको बता रहा हूं, हमने अपनी मस्जिद खो दी है और आप देख रहे हैं कि वहां क्या किया जा रहा है। क्या आपको दर्द नहीं हो रहा है?”
उन्होंने कहा, “जिस स्थान पर हमने बैठकर 500 वर्षों तक कुरान पढ़ा, वह आज हमारे हाथ में नहीं है। युवाओं, क्या आपको नहीं दिख रहा है कि तीन-चार और मस्जिदों को लेकर साजिश हो रही है, जिसमें सुनहरी मस्जिद (गोल्डन मस्जिद) है। इसमें दिल्ली का मस्जिद भी शामिल है? वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद आज हमने अपना मुकाम हासिल किया है। आपको इन चीजों पर ध्यान देना होगा।” AIMIM प्रमुख ने कहा कि युवा मुसलमानों को सतर्क और एकजुट रहना होगा।
‘एकजुटता ताकत है’
ओवैसी ने कहा, “अपना समर्थन और ताकत बनाए रखें। अपनी मस्जिदों को आबाद रखें। ऐसा हो सकता है कि ये मस्जिदें हमसे छीन ली जाएं। मुझे उम्मीद है कि आज का युवा, जो कल का बूढ़ा व्यक्ति होगा, अपनी नजरें आगे रखेगा और इस बारे में गंभीरता से सोचेगा कि वह कैसे अपनी, अपने परिवार की, अपने शहर की और अपने पड़ोस की मदद कर सकते हैं। एकता एक ताकत है, एकता एक वरदान है।”
भाजपा ने किया पलटवार
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने इस बयान को लेकर असदुद्दीन ओवैसी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि हैदराबाद के सांसद वही कर रहे हैं, जिसमें वो बेस्ट हैं, जो राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को सांप्रदायिक रंग देना है। मालवीय ने लिखा, “2020 में हैदराबाद में 2 मस्जिदें (मस्जिद-ए-मोहम्मदी और मस्जिद-ए-हाशमी) सचिवालय बनाने के लिए ढहा दी गईं। ओवैसी इस शहर से लोकसभा के सदस्य हैं और उन्होंने इस पर कुछ नहीं कहा। आखिर तब मस्जिदों की याद नहीं आई?”
सात दिनों तक चलेगा कार्यक्रम
मंदिर के अधिकारियों के मुताबिक, अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह 16 जनवरी से शुरू होकर सात दिनों तक चलेगा। अंतिम दिन, 22 जनवरी को सुबह की पूजा के बाद, राम लला के विग्रह को ‘मृगशिरा नक्षत्र’ में प्रतिष्ठित किया जाएगा।
5 अगस्त को रखी गई थी आधारशिला
अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त, 2020 को रखी थी। गौरतलब है कि 2019 में अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने भव्य राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया था। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद, केंद्र ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के संबंध में सभी निर्णय लेने के लिए श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की स्थापना की।