मुंबई। विपक्षी गठबंधन आई.एन.डी.आई. में शामिल नेता समय-समय पर ऐसे बयान देते हैं, जिससे गठबंधन की एकता पर सवालिया निशान खड़ा हो जाता है। आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सीट शेयरिंग को लेकर विपक्षी दल आई.एन.डी.आई.ए. के नेताओं के बीच खूब चर्चा चल रही है। हालांकि, सीट शेयरिंग को लेकर अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है।
संजय राउत के बयान से मचा सियासी बवाल
इसी बीच शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने सीट बंटवारे के मुद्दे पर कांग्रेस पर ही निशाना साध दिया। संजय राउत ने शुक्रवार 29 दिसंबर को कहा कि कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे की बातचीत शून्य से शुरू करनी होगी क्योंकि इस समय लोकसभा में महाराष्ट्र से कांग्रेस का कोई सांसद नहीं है।
उद्धव ठाकरे ने दी सफाई
संजय राउत के इस बयान पर सियासी हंगामा मच गया। हालांकि, इस बयान के बाद पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि वह ऐसा कुछ नहीं करेंगे जिससे महाविकास अघाड़ी दल (शिवसेना यूबीटी, कांग्रेस और एनसीपी की गठबंधन) को नुकसान हो। उन्होंने आगे कहा टिकट वितरण सुचारू रूप से होगा और उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी नेता राहुल गांधी से बात की है।
महाराष्ट्र में कांग्रेस की हालत नाजुक
साल 2019 के लोकसभा चुनावों में शिवसेना ने महाराष्ट्र में जिन 23 सीटों पर चुनाव लड़ा था, उनमें से 18 पर जीत हासिल की, जबकि उसकी सहयोगी भाजपा ने 25 में से 23 सीटों पर जीत हासिल की। राकांपा 4 सीटों पर विजयी हुई जबकि कांग्रेस ने सिर्फ सिर्फ एक सीट जीती थी।
संजय राउत के बयान पर कांग्रेस का पलटवार
संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 48 में से 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। संजय राउत के इस बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस नेता कांग्रेस नेता संजय निरुपम और मिलिंद देवड़ा ने कहा कि शिवसेना के अधिकांश सांसद अब एकनाथ शिंदे गुट के साथ हैं।