बलिया। गोंड, खरवार को अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र जारी न किए जाने के विरोध में ऑल गोंडवाना स्टूडेंट्स एसोसिएशन के बैनर तले समाज के लोगों ने मंगलवार की दोपहर कलेक्ट्रेट में जोरदार प्रदर्शन किया। बताया कि उप्र पुलिस भर्ती में अनुसूचित जनजाति हेतु 1204 सीटें आरक्षित है। लेकिन प्रमाण पत्र जारी न होने के कारण बच्चे फार्म भरने से वंचित रह जाएंगे।
उप्र पुलिस भर्ती में अनुसूचित जनजाति हेतु 1204 सीटें आरक्षित है। भारत के राजपत्र संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश संशोधन अधिनियम-2002 द्वारा बलिया जिले में निवास करने वाले गोंड, खरवार समुदाय को अनुसूचित जनजाति के रूप में मान्यता दी गयी है। शासनादेश द्वारा भी इन्हें (एसटी) जाति प्रमाण जारी करने के निर्देश दिये गये हैं। जिसके अनुपालन में गोंड, खरवार को अनुसूचित जनजाति का प्रमाण-पत्र जारी होता रहा है। लेकिन इस समय वर्तमान में आनलाइन आवेदन करने पर लेखपालगण व तहसीलदार साहब द्वारा आवेदन निरस्त कर दिया जा रहा है। अनावश्यक रूप से परेशान व उत्पीड़न किया जा रहा है। जाति प्रमाण-पत्र के अभाव में जनजाति गोंड, खरवार समुदाय के नौजवानों को उप्र पुलिस भर्ती 2023-24 हेतु आवेदन करने से वंचित हो जाने का संकट खड़ा हो गया है। इस अवसर पर प्रमुख रूप से इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र नेता प्रवीण कुमार गोंड, संजय गोंड, आईपीएस के जिलाध्यक्ष सुरेश, जिउत गोंड, अलगू गोंड, बेचू गोंड, लाल जी गोंड प्रधान, संजीत गोंड प्रधान, शिवशंकर खरवार, मुलायम गोंड, सुचित गोंड, सुदेश शाह, आजाद गोंड, अवनिश कुमार, सत्यम गोंड, राहुल खरवार, प्रदीप कुमार गोंड, अंकित खरवार, सचिन कुमार, सोनू गोंड, ऋतिक शाह, दीपक गोंड, ओमप्रकाश गोंड, सतीश गोंड रहे।